स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Saturday 27 April 2019 06:27:58 PM
मुंबई। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि संगीत युद्ध और आतंकवाद की पीड़ाओं को दूर करने की क्षमता रखता है और एकता के संदेश प्रसारित करता है। उपराष्ट्रपति ने मुंबई में नेशनल सेंटर फॉर द परफॉर्मिंग आर्ट्स के दक्षिण एशियाई सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा के 'चिराग' संगीत कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि संगीत की भाषा सार्वभौमिक और भौगोलिक सीमाओं से परे है, संगीत लोगों को एकजुट करता है। वेंकैया नायडू ने अफगानिस्तान के नन्हें बालकों को प्रशिक्षित करने के लिए डॉ अहमद सरमस्त की सराहना की, जिन्होंने इस संगीत कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति भी दी। उपराष्ट्रपति ने कहा कि युवा कलाकारों ने सिद्ध कर दिया है कि उनका संगीत मानवीय भावना का सर्वोत्तम प्रतीक है और यह शांति एवं सद्भाव की सार्वभौमिक भाषा का प्रसार करता है।
उपराष्ट्रपति ने दक्षिण एशियाई सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा जैसे संगठनों से शांति और अहिंसा के संदेश को फैलाने का आह्वान किया, ताकि बुद्धिरहित हिंसा जैसे मार्ग पर चलने वाले गुमराह व्यक्तियों के मन से द्वेषरूपी विकारों को दूर किया जा सके। वेंकैया नायडू ने कहा कि ऐसे संगीत कार्यक्रम भारत और सभी देशों के बीच सहयोग एवं सहअस्तित्व के प्रति लोगों की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करते हैं। उपराष्ट्रपति ने आशा व्यक्त की कि इस ऑर्केस्ट्रा के सदस्य व संगीतकार एक नवीन और पुनरुत्थानवादी दक्षिण एशिया के राजदूत बनेंगे। उपराष्ट्रपति ने प्राचीन सभ्यता के सार जैसेकि शांति, करुणा और सहअस्तित्व पुन: जगाने और क्षेत्रीय एकता के लिए समान सांस्कृतिक समन्वय का भी आह्वान किया। सेवानिवृत्त सिविल अधिकारी निरुपमा और सुधाकर राव ने दक्षिण एशियाई सिम्फनी फाउंडेशन की स्थापना की थी, जिसका उद्देश्य संगीत के दिव्य माध्यम से दक्षिण एशियाई क्षेत्र के लोगों को एकजुट करने हेतु एक अद्वितीय परियोजना अर्थात एक सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा तैयार करना रहा है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि संगीत कार्यक्रम योग अथवा आध्यात्मिक अनुशासन का एक प्रभावी रूप भी है, एक ऑर्केस्ट्रा में कई संगीतकार एकसाथ शामिल होते हैं और ऑर्केस्ट्रा के प्रत्येक सदस्य को अपने स्वयं के साधन पर गहराई से ध्यान केंद्रित करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया को आर्थिक और सांस्कृतिक रूपसे और अधिक एकीकृत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि दक्षिण एशियाई सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा में कई दक्षिण एशियाई देशों के संगीतकार और दक्षिण एशियाई प्रवासी शामिल हैं, यह ऑर्केस्ट्रा संगीत के माध्यम से रचनात्मक अभिव्यक्ति के समर्पित विभिन्न देशों का एक सुंदर समूह है। इस ऑर्केस्ट्रा में अफगानिस्तान के काबुल से कुछ उत्साही बच्चे भी शामिल हुए। ये सभी अपने संगीत के प्रति समर्पित हैं और बाहरी दुनिया के साथ अपनी कला के माध्यम से संवाद करते हैं।
वेंकैया नायडू ने कहा कि संगीत एक शक्तिशाली कला के रूपमें हमारे जीवन की गुणवत्ता को बदल सकता है। उन्होंने दक्षिण एशियाई सिम्फनी फाउंडेशन को इस क्षेत्र से स्वदेशी संगीत के प्रदर्शनों का निर्माण करने और दुनियाभर में शांति और भाईचारे के सार्वभौमिक संदेश प्रसारित करने को कहा। उपराष्ट्रपति और उपस्थित गणमान्यजनों ने श्रीलंका के कोलंबो में हुए नृशंस आतंकवादी हमले में जान गंवाने वालों की याद में मौन धारण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव, अफगानिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, भारत और अन्य देशों से 70 से ज्यादा संगीतकार, ऑर्केस्ट्रा संचालक विश्व सुब्बारमण, चिराग के संस्थापक निरुपमा व सुधाकर राव एवं प्रख्यात संगीतकार और संगीत कला प्रेमी उपस्थित थे।