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योद्धा जनरल के सुंदरजी पर स्‍मृति व्‍याख्‍यान

सेना और देश की सुरक्षा में उनके योगदान की प्रशंसा

'मैकेनाइज्‍ड इंफैंट्री रेजिमेंट' के जनक हैं सुंदरजी

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 29 April 2019 01:29:42 PM

memorial lecture on general's sunderji

नई दिल्ली। भारतीय सेना के शौर्यवान योद्धा और सेना के 14वें प्रमुख जनरल के सुंदरजी पर दूसरा स्‍मृति व्‍याख्‍यान नई दिल्‍ली के माणेकशॉ केंद्र में हुआ, जिसमें भारतीय सेना और देश की सुरक्षा में उनके अनुकरणीय योगदान की मुक्तकंठ से प्रशंसा की गई। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत स्मृति व्याख्यान माला के मुख्‍य अतिथि थे। व्‍याख्‍यान की शुरुआत जनरल के सुंदरजी की स्‍मृतियों के साथ हुई। ग़ौरतलब है कि जनरल के सुंदरजी को 'मैकेनाइज्‍ड इंफैंट्री रेजिमेंट' का जनक कहा जाता है, उन्होंने 1986 से 1988 के अपने कार्यकाल में भारतीय सेना में विभिन्‍न तकनीकी और युद्ध संबंधी कार्यों की शुरुआत की।
मैकेनाइज्‍ड फोर्सेस से संबंधित अपनी संकल्‍पना को जनरल के सुंदरजी ने मूर्तरूप देते हुए मैकेनाइज्‍ड इंफैंट्री रेजिमेंट की स्‍थापना की थी। यह रेजिमेंट भारतीय सेना की नवीनतम इकाई है और स्‍ट्राइक फोर्सेस का अभिन्‍न अंग है। स्‍मृति व्‍याख्‍यान की शुरुआत लेफ्टिनेंट जनरल पीसी थिमाया ने की, इसके बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने उनपर गर्मजोशी से भरा अपना व्‍याख्‍यान दिया।
नवतेज सरना ने '21वीं शताब्‍दी में भारत का नेतृत्‍व: राजनयिक, सूचना, सैन्‍य और आर्थिक आयामों के साथ रणनीतिक नेतृत्‍व' विषय पर विचार रखे। लेफ्टिनेंट जनरल पीएम हरिज (सेवानिवृत) ने 'ब्रासटेक से डोकलाम तक: हमारी रणनीतिक सैन्‍य नेतृत्‍व में बुद्धिमत्ता और दूरदृष्टि की आवश्‍यकता' विषय पर विचार व्‍यक्‍त किए। स्‍मृति व्‍याख्‍यान समारोह में तीनों सेनाओं के अधिकारियों, सेवानिवृत अधिकारियों, शिक्षा जगत और थिंक टैंक के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया।

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