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Thursday 2 May 2019 02:42:29 PM
नई दिल्ली। भारतीय सेना में एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने वायुसेना के उपप्रमुख के रूपमें कार्यभार ग्रहण कर लिया है। एयर मार्शल राकेश भदौरिया राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे हैं। उन्हें 15 जून 1980 को भारतीय वायुसेना के फाइटर स्ट्रीम में कमीशन अधिकारी बनाया गया था। उन्होंने संपूर्ण मैरिट क्रम में प्रथम स्थान प्राप्त किया था और इसके कारण उन्हें प्रतिष्ठित 'स्वॉर्ड ऑफ ओनर' से सम्मानित किया गया था। उनके पास 26 प्रकार के लड़ाकू और परिवहन विमानों को उड़ाने का 4250 घंटे से अधिक का अनुभव है।
एयर मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया वे एक प्रायोगिक जांच पायलट, श्रेणी-ए अर्हता वाले फ्लाइंग इंस्ट्रकटर और एक पायलट अटैक इंस्ट्रकटर भी हैं। वे कमांड एंड स्टाफ कॉलेज बांग्लादेश से रक्षा अध्ययन में स्नात्कोत्तर हैं। एयर मार्शल ने वायुसेना में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर काम किया है। जगुआर स्क्वाड्रन और प्रीमियर एयर फोर्स स्टेशन की कमान, एयरक्राफ्ट और सिस्टम टेस्टिंग स्टेबलिस्टमेंट में फ्लाइट टेस्ट स्क्वाड्रन के कमान अधिकारी, फ्लाइट कोम्बेट एयरक्राफ्ट परियोजना पर आधारित राष्ट्रीय उड़ान परीक्षण केंद्र का प्रमुख जांच पायलट और परियोजना निदेशक का पद इनमें शामिल है।
राकेश कुमार सिंह भदौरिया हल्के युद्धक विमानों पर प्रारंभिक उड़ान जांचों में प्रमुख तौर पर शामिल थे। एयर मार्शल ईओआई मॉस्को में एयर अटैची, वायुसेना परियोजना के सहायक प्रमुख, राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के कमांडेंट, सीएसी मुख्यालय में वरिष्ठ वायुसेना अधिकारी, वायुसेना मुख्यालय में वायुसेना उपप्रमुख और दक्षिण वायुकमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ रह चुके हैं। वर्तमान नियुक्ति से पहले वे प्रशिक्षण कमान के एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ थे। वायुसेना प्रमुख ने भी उनकी अनुकरणीय सेवाओं के लिए खूब सराहना की है। उन्हें परम विशिष्ट सेवा मैडल, अति विशिष्ट सेवा मैडल और वायुसेना मैडल से सम्मानित किया जा चुका है।