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Saturday 11 May 2019 01:37:15 PM
नई दिल्ली। विकासशील देशों की डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय बैठक 13 और 14 मई को राजधानी दिल्ली में होगी। भारत इस बैठक की मेजबानी कर रहा है। डब्ल्यूटीओ के डीजी और 16 विकासशील देश एवं छह अल्पविकसित देश-अर्जेंटीना, बांग्लादेश, बारबाडोस, बेनिन, ब्राजील, सेंट्रल अफ्रीकन रिपब्लिक, चाड, चीन, मिस्र, ग्वाटेमाला, गुयाना, इंडोनेशिया, जमैका, कजाकिस्तान, मलावी, मलेशिया, नाइजीरिया, ओमान, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की और युगांडा इस बैठक में भाग ले रहे हैं। बांग्लादेश, सीएआर एवं दक्षिण अफ्रीका के मंत्रियों ने भी बैठक में भाग लेने पर सहमति प्रदान कर दी है। अन्य देशों के उपमंत्री, वरिष्ठ अधिकारी और राजदूत अपने-अपने देशों का प्रतिनिधित्व करेंगे।
डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय बैठक में आपसी विचार-विमर्श के सत्र होंगे, ताकि मंत्रिगण विभिन्न मुद्दों पर चर्चा कर सकें और भविष्य के लिए नीतियां बना सकें। पहले दिन भाग लेने वाले देशों के वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक होगी, इसके बाद केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री प्रतिनिधिमंडल के प्रमुखों के लिए रात्रिभोज का आयोजन करेंगे। दूसरे दिन मंत्रिस्तरीय बैठक का आयोजन होगा। बैठक ऐसे समय में आयोजित हो रही है, जब बहुपक्षीय नियम आधारित व्यापार प्रणाली कई गंभीर चुनौतियों का सामना कर रही है। सदस्य एकपक्षीय उपाय या निर्णय ले रहे हैं और इसके जवाब में अन्य उपाय किए जा रहे हैं। परिणाम स्वरूप परस्पर बातचीत के कई क्षेत्रों में बाधाएं उत्पन्न हो रही हैं। अपीलीय निकाय में भी गतिरोध हैं, इससे डब्ल्यूटीओ के विवाद समझौता प्रक्रिया के अस्तिव पर भी खतरा मंडरा रहा है, इससे एक प्रभावी बहुपक्षीय संगठन के रूपमें डब्ल्यूटीओ भी प्रभावित हो रहा है।
डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय बैठक विकासशील देशों और अल्प विकसित देशों को एक साथ लाने का प्रयास है, ताकि वे विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श कर सकें, जो डब्ल्यूटीओ को प्रभावित कर रहे हैं। यह दो दिवसीय बैठक विकासशील देशों तथा अल्प विकसित देशों को एक अवसर प्रदान करती है कि वे डब्ल्यूटीओ सुधारों के लिए आपसी सहमति बना सकें और डब्ल्यूटीओ की बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली के मूलभूत सिद्धांतों को संरक्षित रख सकें। बैठक में विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श से एक नई दिशा मिलेगी। डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय 12वां सम्मेलन जून 2020 में कजाकिस्तान में आयोजित होगा।