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Wednesday 15 May 2019 02:56:28 PM
देहरादून। भारतीय सेना की मध्य कमान ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय की एक अनूठी पहल के तहत आगरा, देहरादून, जयपुर, लखनऊ और दिल्ली क्षेत्र के केंद्रीय विद्यालय के छात्रों के लिए सीमा दर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया है। इसके तहत केंद्रीय विद्यालय के करीब 50 छात्रों का एक समूह 13 से 19 मई तक उत्तराखंड के पिथौरागढ़ और सीमावर्ती क्षेत्रों के दौरा पर है। भारतीय सेना के बारे में जागरुकता बढ़ाने और संवेदनशील भारत-नेपाल सीमा के साथ कठोर इलाके एवं मौसम स्थिति का एहसास देने के उद्देश्य से सीमा दर्शन कार्यक्रम के माध्यम से आगे के क्षेत्रों में छात्रों को सेना की चुनौतीपूर्ण स्थितियों से परिचय कराया जाएगा।
सीमा दर्शन कार्यक्रम के तहत छात्रों को भारत-नेपाल सीमा पर लगभग 3500 फीट की ऊंचाई पर धारचूला ले जाया जाएगा, इसके अलावा उन्हें सैन्य हथियार और उपकरण दिखाए जाएंगे। इस दौरान पंचशूल ब्रिगेड के कमांडर ब्रिगेडियर रंजन मलिक ने छात्र समूह से मुलाकात की और उनके साथ अपने एवं उनके अनुभवों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि सीमा दर्शन कार्यक्रम छात्रों को सशस्त्रबलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगा। उन्होंने कहा कि सीमा दर्शन का मुख्य उद्देश्य छात्रों को देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना द्वारा कड़ी सुरक्षा व्यवस्था से अवगत कराना एवं उनमें देशभक्ति और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देना है।