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Thursday 20 June 2019 06:04:20 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राजनैतिक दलों के प्रमुखों के साथ दिल्ली में बैठक की, जिसमें 21 दलों के प्रमुख शामिल हुए। बैठक में जिन मुद्दों पर विचार-विमर्श किया गया, उनमें शामिल हैं-संसद का कामकाज सुधारने के तरीके, एक देश-एक चुनाव, आजादी के 75 वर्ष में नए भारत का निर्माण, महात्मा गांधी की 150वीं जयंती मनाने के लिए कार्यक्रम और प्रतिबद्धताएं और आकांक्षापूर्ण जिलों का विकास। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बैठक का संचालन किया। विभिन्न दलों के प्रमुखों ने बैठक बुलाने के लिए प्रधानमंत्री की पहल की सराहना की। प्रधानमंत्री ने इन महत्वपूर्ण मसलों पर राजनैतिक दल के प्रमुखों की राय मांगी।
राजनैतिक दल के प्रमुखों ने संसद के दोनों सदो में अक्सर होने वाले स्थगनों और बाधाओं पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इससे सदन का कामकाज प्रभावित होता है और सदस्यों को मुद्दों पर अपने विचार रखने का अवसर नहीं मिल पाता। उन्होंने जोर देकर कहा कि सदन में चर्चा का माहौल बना रहना चाहिए। बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों ने आशा व्यक्त की कि 17वीं लोकसभा में लगभग आधे सदस्य पहली बार सांसद बने हैं, जो सदन में रचनात्मक चर्चा की भावना को आगे ले जाने का काम करेंगे। एक देश-एक चुनाव मुद्दे पर कुछ राजनैतिक दल प्रमुखों ने एकसाथ चुनाव कराने के प्रस्ताव का समर्थन किया और कुछ दलों का विचार था कि इस प्रस्ताव के सभी पहलुओं का सावधानीपूर्वक अध्ययन किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह किसी अकेले दल का एजेंडा नहीं है, लेकिन यह राष्ट्रीय महत्व का एक मुद्दा है तथा सभी दलों के विचारों पर गौर किया जाएगा और उन्हे उचित महत्व दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की कि एक देश-एक चुनाव के मुद्दे के अध्ययन के लिए एक समिति गठित की जाएगी और यह एक नियत समय पर सुझाव लेकर आएगी। राजनैतिक दलों की राय थी कि नई पीढ़ी को महात्मा गांधी के आदर्शों और शिक्षाओं से अवगत कराया जाए और महात्मा की 150वीं जयंती इसके लिए एक उपयुक्त अवसर है। उनका यह भी मानना था कि इस अवसर पर हम देश के विकास के लिए दृढ़ संकल्प लें और आजादी की 75वीं वर्षगांठ पर 2022 तक इन उद्देश्यों को पूरा करने का लक्ष्य रखें। आकांक्षापूर्ण जिलों के विकास के मुद्दों पर सभी दलों ने अनेक सुझाव दिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि सभी राज्य सरकारों को अपने सबसे पिछड़े जिलों को सबसे अच्छा काम करने वाले जिलों के बराबर लाने के लिए केंद्र के साथ मिलकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि नए भारत के लक्ष्य को 2022 तक हासिल कर लिया जाएगा।
प्रधानमंत्री ने पार्टी प्रमुखों को बैठक में भाग लेने और रचनात्मक सुझाव देने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि अगले कुछ वर्ष देश को प्रगति और समृद्धि के रास्ते पर ले जाने के लिए एक ऐतिहासिक अवसर है। बैठक में शामिल होने वाले कैबिनेट मंत्रियों में गृहमंत्री अमित शाह, सड़क परिवहन और राजमार्ग तथा सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी, कृषि और किसान कल्याण, ग्रामीण विकास और पंचायती राजमंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री थावर चंद गहलोत संसदीय कार्य, कोयला और खान मंत्री प्रहलाद जोशी भी थे।