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Tuesday 2 July 2019 12:01:27 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार में आयुष मंत्रालय और इलेक्ट्रॉनिक्स तथा सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने आयुष क्षेत्र के डिजिटलीकरण में एक-दूसरे का सहयोग करने के लिए एक समझौता किया है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय आयुष ग्रिड परियोजना की योजना और विकास में परामर्श तथा तकनीकी सहायता प्रदान करने के बारे में सहमत हो गया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति 2017 के अनुपालन और आयुष के डिजिटलीकरण में आयुष मंत्रालय की ई-गवर्नेंस पहल का उद्देश्य सभी स्तरों पर स्वास्थ्य देखभाल सेवा की आपूर्ति में परिवर्तन लाना है। इसके अलावा व्यापक अनुसंधान, शिक्षा, विभिन्न स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रमों की आपूर्ति और बेहतर दवाई विनियमनों को बढ़ावा देना है।
समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करने के अवसर पर आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा ने आयुष ग्रिड परियोजना के दृष्टिकोण और उपयोगिता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि यह परियोजना देश के नागरिकों सहित आयुष के सभी हितधारकों के लिए भी लाभदायक रहेगी, इससे स्वास्थ्य देखभाल के विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी सचिव अजय प्रकाश साहनी ने अपने मंत्रालय के नेतृत्व वाली विभिन्न स्वास्थ्य पहलों जैसे ई-अस्पताल, ई-औषधि, ई-रक्त कोष, ऑनलाइन पंजीकरण प्रणाली और आंतरिक कार्यप्रवाह और अस्पतालों की प्रक्रियाओं के डिजिटलीकरण के लिए ई-सुश्रुत के बारे में जानकारी दी और कहा कि इससे देश में स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की ऑनलाइन आपूर्ति का काम कुशलतापूर्वक करने में अस्पताल समर्थ हुए हैं।
अजय प्रकाश साहनी ने कहा कि उनके मंत्रालय ने चिकित्सा इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों और प्रणालियों के विकास के लिए अनेक अनुसंधान और विकास परियोजनाओं को प्रायोजित किया है। उन्होंने कहा कि इन परियोजनाओं में चिकित्सा और इमेजिंग उपकरण, चिकित्सा इलेक्ट्रॉनिक्स में उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना जैसे कार्यक्रम शामिल हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने ऑनलाइन सूचना मार्गदर्शिका ‘विकासपीडिया’ की शुरुआत की है, जो स्वास्थ्य सहित विभिन्न सामाजिक क्षेत्रों के लिए एक पोर्टल है और 23 भाषाओं में जानकारी उपलब्ध कराता है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका मंत्रालय आयुष मंत्रालय को उच्च गुणवत्ता की तकनीकी मदद उपलब्ध कराएगा, जिससे डिजिटलीकरण के क्षेत्र में आयुष मंत्रालय के सफलता प्राप्ति के प्रयासों को बढ़ावा मिले।