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Tuesday 9 July 2019 02:46:27 PM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन के आयोजित मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम 1994 की रजत जयंती पर केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा है कि अंगदान को प्रोत्साहन देने के लिए लोगों की भागीदारी और जागरुकता सबसे महत्वपूर्ण है। ‘अंगदान, महादान, महा कल्याण’ का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए लोगों की भागीदारी सुनिश्चित की जानी चाहिए और बच्चों को प्रांरभ से ही इसके बारे में जागरुक बनाया जाना चाहिए। अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि अंगदान के संबंध में बहुत सारे मिथक और भ्रम हैं, अंधविश्वास के आधार पर अंगदान को हतोत्साहित किया जाता है।
स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने लोगों से आग्रह किया कि वे बिना किसी डर के अंगदान के लिए आगे आएं। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि वे अपने डेटा को एनओटीटीओ के साथ साझा करें, ताकि केंद्रीयस्तर पर राष्ट्रीय अंगदान करने वालों तथा अंग प्राप्त करने वालों से संबंधित प्रविष्टियों का रिकॉर्ड रखा जा सके, इससे अंग और ऊतक दान प्राप्त करने वालों को सुविधा होगी। केंद्रीय डिजिटल अंगप्रदान प्रणाली का लक्ष्य है-अमीर और गरीब सभी लोगों को अंग प्रदान करने में पारदर्शिता सुनिश्चित करना और यह सभी राज्यों और अस्पतालों के डेटा का राष्ट्रीय स्तरपर डेटाबेस के माध्यम से ही संभव हो सकता है।
स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम 1994 के रजत जयंती संस्करण का भी अनावरण किया और ‘मिलियन फॉर ए बिलियन’ उद्देश्य के लिए ऑनलाइन प्रणाली का शुभारंभ किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक डॉक्टर एस वेंकटेश, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव मनदीप भंडारी और मंत्रालय एवं राज्य कार्यालयों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।