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Tuesday 9 July 2019 03:45:37 PM
लखनऊ। राज्यपाल राम नाईक ने सदर गुरूद्वारा श्रीगुरूनानक सतसंग सभा जाकर गुरूनानकजी के 550वें जन्म शताब्दी वर्ष पर जागृति यात्रा के सदस्यों का भव्य स्वागत और अभिनंदन किया। जागृति यात्रा 18 राज्यों से होते हुए बिदर के ऐतिहासिक गुरूद्वारा नानक झीरा से कल लखनऊ आई थी। राज्यपाल ने जागृति यात्रा में शामिल सभी श्रद्धालुओं का स्वागत करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने 2018 में निर्णय लिया था कि गुरूनानक देवजी की 550वीं जयंती पूरे देश में मनाई जाएगी और जयंती समारोह में विभिन्न प्रकार की कार्यशाला, व्याख्यान आदि का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सिख धर्म के संस्थापक गुरूनानक देव केवल महान संत नहीं, बल्कि महान समाज सुधारक भी थे, उन्होंने मानवता के उद्धार के लिए सामाजिक कुरूतियों को समाप्त करने व आदर्श समाज की स्थापना के लिए जो पावन संदेश दिया वह सदैव प्रासंगिक रहेगा।
राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि गुरूनानक देव ने कभी भी मानवजाति में भेदभाव नहीं समझा और महिलाओं के सम्मान को बहुत महत्व देते थे। राज्यपाल ने कहा कि महापुरुषों के आदर्श हमारे जीवन में पवित्रता लाते हैं, सभी धर्म महान हैं। उन्होंने कहा कि महापुरुषों के पावन उपदेश पर चलकर हमें देश और प्रदेश के विकास में सहयोग करना चाहिए, सामूहिकता में ही शक्ति है, इसलिए हम सबको एकता की भावना को बनाए रखना चाहिए, इसी में मानव जीवन का कल्याण निहित है। कार्यक्रम में अन्य लोगों ने भी विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर राज्यपाल को सरोपा और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान अल्पसंख्यक कल्याण एवं सिचाई मंत्री बलदेव ओलख, लखनऊ गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजिंदर सिंह बग्गा, महामंत्री सरदार हरपाल सिंह जग्गी, बिदर से जागृति यात्रा का नेतृत्व करने वाले डॉ गुरूमीत सिंह और श्रद्धालुजन उपस्थित थे।