स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Wednesday 31 July 2019 01:43:12 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने घोषणा की है कि संस्कृति के क्षेत्र में असाधारण प्रतिभा के धनी कलाकारों को वरिष्ठ व कनिष्ठ फेलोशिप देने की योजना में भारतीय संविधान की 8वीं अनुसूची की शेष दो भाषाओं-नेपाली एवं संथाली को भी शामिल किया जाएगा। संस्कृति मंत्री ने यह जानकारी राजधानी नई दिल्ली में मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि संस्कृति मंत्रालय संस्कृति के क्षेत्र में श्रेष्ठ कलाकारों को वरिष्ठ व कनिष्ठ फेलोशिप प्रदान करती है, यह फेलोशिप शोध संबंधी परियोजनाओं के लिए दी जाती है।
संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री ने बताया कि सांस्कृतिक संसाधन और प्रशिक्षण केंद्र फेलोशिप की चयन प्रक्रिया के लिए नॉडल एजेंसी है, इस योजना के तहत ‘साहित्यिक कलाएं’ एक विषय है, जिसके अंतर्गत शोध के लिए उम्मीदवार 22 भाषाओं में आवेदन दे सकते हैं। इन 22 भाषाओं में अंग्रेजी और खासी भाषाओं समेत भारतीय संविधान की धारा 344 (1) और धारा 251 की 8वीं अनुसूची में वर्णित 20 भाषाएं असमी, बंगाली, बोडो, डोगरी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, कश्मीरी, कोंकणी, मैथिली, मलयालम, मणिपुरी, मराठी, उड़िया, पंजाबी, संस्कृत, सिंधी, तमिल, तेलुगु और उर्दू शामिल हैं।