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Friday 9 August 2019 06:15:03 PM
लखनऊ। भारत छोड़ो आंदोलन और काकोरी स्मृति दिवस पर आज काकोरी स्मृतिका जीपीओ पार्क में विविध सामाजिक संगठनों ने काकोरी स्मृति सभा आयोजित की। इस अवसर पर सुमंगलम परिवार के महासचिव राजकुमार ने कहा कि शहीदों से प्रेरणा लेकर हम सभी समाज और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों का निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि हमारा फर्ज बनता है कि हम अपने शहीदों और बलिदानियों का स्मरण कर उनके सपनों के लिए अपनी-अपनी भूमिका सुनिश्चित करें और गरीबी मुक्त, भ्रष्टाचार मुक्त, आतंकवाद मुक्त, साम्प्रदायवाद मुक्त, जातिवाद मुक्त नए भारत का निर्माण करें। उन्होंने शहीदों के सपनों का भारत बनाने का समर्पित संकल्प व्यक्त किया।
समाजसेवी संग्राम सिंह ने कहा कि क्रांतिकारियों ने विषम स्थितियों में देश के लिए प्राण न्योछावर किए और आज युवाओं को देश के लिए जीने की ज्यादा जरूरत है। कर्तव्य फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भाग संघचालक सुभाषचंद्र अग्रवाल ने कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारियों ने ब्रिटिशराज के विरुद्ध भयंकर युद्ध छेड़ने की खतरनाक मंशा से हथियार खरीदने के लिए ब्रिटिश सरकार का ही खजाना लूटा था, जो एक ऐतिहासिक घटना थी। काकोरी में ट्रेन लूटकर क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी हुकूमत को देश छोड़ने के लिए विवश कर दिया था।
सुभाषचंद्र अग्रवाल ने कहा कि समाज और राष्ट्र के लिए कार्य करने की प्रबल इच्छाशक्ति शहीदों और क्रांतिकारियों के पुण्य स्मरण से ही आती है। समाजसेवी उमेश मिश्र ने कहा कि सशक्त एवं समृद्ध भारत के लिए देश के क्रांतिकारियों और बलिदानियों से प्रेरणा लें। ज्ञातव्य है कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान अंग्रेजों के खिलाफ काकोरी कांड निर्णायक आंदोलन था, जिससे अंग्रेजी हुकूमत को उसके मंसूबों को बड़ा झटका लगा था। इसने अंग्रेजों के आत्मबल को तोड़ा था। जबभी देश के स्वतंत्रता आंदोलन की चर्चा होती है तो काकोरी के शहीदों की यादें ताजा हो जाती हैं। काकोरी स्मृति सभा को सहकार भारती के विवेकानंद और घनश्याम शर्मा ने भी सम्बोधित किया।