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Saturday 24 August 2019 01:08:16 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त और कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भारतीय उद्यमों की अन्य क्षेत्राधिकारों से संचालित कंपनियों के दुरुपयोग से रक्षा हो। निर्मला सीतारमण ने सीसीआई के 10वें वर्षगांठ समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि सीसीआई को विश्वभर के बाजारों के घटनाक्रमों पर बेहद बारीकी से नज़र रखनी चाहिए, क्योंकि किसी भी देश में सीमाएं प्रतिस्पर्धा का निर्धारण नहीं करतीं। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा नीति कंपनियों के संचालन की प्रकृति के साथ अंतर्राष्ट्रीयस्तर पर एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि बड़ी कॉरपोरेट कंपनियों का क्षेत्राधिकार एक देश में होता है और जमीनी कार्य अन्य स्थान पर होता है और इसके कारण नियामकों के लिए बड़ी चुनौतियां खड़ी हो जाती हैं।
वित्तमंत्री ने भारत जैसी एक खुली अर्थव्यवस्था में प्रतिस्पर्धा में नियंत्रण और बाधा डाले बिना सीसीआई के शानदार कार्य की सराहना की। उन्होंने अबतक सीसीआई के विश्वसनीय तरीके से अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए उसकी सराहना की और कहा कि उसे सीसीआई 2.0 मोड के लिए तैयार रहना चाहिए। निर्मला सीतारमण ने कहा कि सीसीआई 2.0 मोड से अत्यधिक सावधान रहकर और घरेलू तथा अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में विकास की स्वत: कार्रवाई से स्वस्थ प्रतिस्पर्धा कायम करने में मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि इससे सीसीआई भारत के भीतर और विश्व की सभी अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में अंतर्निहित बाज़ार चुनौतियों से निपट सकता है। उन्होंने कहा कि विश्व अर्थव्यवस्थाओं में परावर्तन हो रहा है। वित्त राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि सीसीआई विश्वस्तर का संस्थान है, जिसने पिछले दशक की चुनौतियों को संभाला है और अगले दशक के लिए बाज़ार से निर्देशित नीतियां तैयार करने के दृष्टिकोण के जरिए मजबूत आधार बनाया है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा नीति बाजार का हृदय है और सीसीआई ने शानदार संतुलन बनाकर प्रवर्तनकर्ता और मददकर्ता की भूमिका निभाई है।
कॉरपोरेट कार्य मंत्रालय में सचिव इंजेती श्रीनिवास ने नियामक, सलाहकार और अर्द्ध न्यायिक क्षमताओं में प्रभावी जिम्मेदारी निभाने के लिए सीसीआई की सराहना की। उन्होंने कहा कि सीसीआई की वर्षगांठ एक क्रांतिकारी परिवर्तन है। उन्होंने कहा कि प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा देने और जारी रखने के लिए सीसीआई प्रतिस्पर्धात्मक पारिस्थितिकी प्रणाली विकसित करेगा और उभरती हुई चुनौतियों से निपटेगा। इंजेती श्रीनिवास ने कहा कि सीसीआई के सामने अब मुख्य चुनौती अत्यधिक नियंत्रण को हटाना है, लेकिन साथ ही बेहतर कार्य करना है। सीसीआई के अध्यक्ष अशोक कुमार शर्मा ने सीसीआई की विभिन्न उपलब्धियों की जानकारी दी। उन्होंने सीसीआई के बनने के दौरान उससे जुड़े लोगों के योगदान के लिए उनका आभार व्यक्त किया। वित्तमंत्री ने दो आंतरिक पुस्तक डायग्नोस्टिक टूलकिट फॉर प्रोक्योरमेंट और कम्पीटिशन लॉ जूडिशियल एंड एडमिनिस्ट्रेटिव ट्रेनिंग मॉड्यूल का विमोचन किया। दोनों प्रकाशन शोध करके तैयार किए गए हैं और इनका प्रकाशन सीसीआई ने किया है। सीसीआई के वर्षगांठ समारोह में सीसीआई के सदस्य भगवंत सिंह बिश्नोई और डॉ संगीता वर्मा भी शामिल हुईं।