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Thursday 30 April 2020 01:45:57 PM
मुंबई। भारतीय हिंदी सिनेमा जगत में दिग्गज़ अभिनेताओं अमिताभ बच्चन, राजेश खन्ना, देव आनंद, धर्मेंद्र जैसे कलाकारों की गगनचुंबी सफलताओं का तूफान जब अपने चरम पर था और उसके सामने कोई और खड़ा ही नहीं हो पा रहा था, तब उसको सिर्फ राज कपूर के 'चिंटू' यानी ऋषि कपूर ने ही अपने सफल अभिनय से तगड़ी टक्कर दी थी। अफसोस! भारतीय हिंदी सिनेमा को अनेक सुपरहिट फिल्में देने वाले और हर पीढ़ी के पसंदीदा लवरबॉय, शानदार अभिनेता ऋषि कपूर आज सवेरे दुनिया छोड़ गए। भारतीय फिल्म जगत पर यह जितना बड़ा बज्रपात है, उतना ही उनके चाहने वालों के लिए भी भारी सदमा है। वे 67 वर्ष के थे और कैंसर एवं ल्यूकेमिया नाम की बीमारी से पीड़ित थे। मुंबई के रिलायंस अस्पताल में उन्होंने करीब पौने नौ बजे अंतिम सांस ली। आज सवेरे नौ बजे जब यह दुखद ख़बर देश ने सुना तो एकबार मानों समय ठहर सा गया। थोड़ी देर को तो ऋषि कपूर के निधन की खबर पर यकीन ही नहीं हुआ, लेकिन वास्तव में यह सच था कि वे अब इस दुनिया में नहीं रहे। देश में शोक की लहर है और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, अमिताभ बच्चन, लता मंगेशकर, फिल्म जगत, राजनीतिक जगत के और भी दिग्गजों की शोक संवेदनाओं और श्रद्धांजलियों का तांता लग गया है।
ऋषि कपूर ने फिल्म मेरा नाम जोकर के मासूम और रोमांटिक छात्र के रोल में और फिल्म बॉबी, अमर अकबर एंथेनी, लैला मजनू, कर्ज़, सागर, प्रेम रोग, चांदनी और हिना जैसी सुपरहिट फिल्मों से बड़े-बड़े दिग्गजों के रास्ते रोके हैं। अपनी विविधताभरी एक्टिंग से ऋषि कपूर ने अपने को एक एक्टिंग अकादमी के रूपमें ही स्थापित कर दिया था। उनके रोमांटिक रोल के सामने तो कोई खड़ा ही नहीं हो पाया, उस समय बहुत एक्टर आए और चले गए। किसी भी अभिनीत गीत पर उनका अभिनय सिद्ध करता था कि वास्तव में इसे ऋषि कपूर ही गा रहे हैं। गाने और फिल्म के सीन की भावभंगिमाओं के बीच तालमेल हो या संवाद का प्रस्तुतिकरण, ऋषि कपूर उसमें डूबे हुए नज़र आए हैं। उनकी बॉबी फिल्म ने तब की युवा पीढ़ी को जबरदस्त रोमांटिक बनाया। प्रेमी जोड़ों के लिए बॉबी फिल्म और ऋषि कपूर एवं डिंपल कपाड़िया की जोड़ी आदर्श बन गई। झूंठ बोले कौआ काटे काले कौए से डरियो गाने पर ऋषि कपूर-डिंपल कपाड़िया की जोड़ी ने उस समय रोमांस और रोमांच का कोहराम मचा दिया था और तो और उस दौर के दिग्गज़ एक्टर राजेश खन्ना तक बॉबी की चपेट में आए एवं ऋषि कपूर की कमसिन हीरोइन डिंपल कपाड़िया को ही फंसा लिया और उससे चट मंगनी पट ब्याह भी कर लिया। ऋषि कपूर ही ऐसे एक्टर थे, जिन्होंने फिल्म जगत में बरगदों को खूब चुनौतियां दीं। ऋषि कपूर की एक पुत्री रिद्धिमा और पुत्र रणवीर हैं।
ऋषि कपूर ने राज कपूर की फिल्म श्री 420 में तीन वर्ष की उम्र में पहला अभिनय किया था और झूंठा कहीं का फिल्म उनके जीवन की आखिरी फिल्म थी। वह अपने रोल में जान फूंक दिया करते थे। वे अपने कपड़े उतारकर बॉडी का प्रदर्शन करने वाले सलमान खान टाइप अभिनेता नहीं थे, बल्कि अभिनय में जान डाल देने वाले एक्टर थे। अपने ज़माने की खूबसूरत अदाकारा नीतू सिंह को ऋषि कपूर की जीवनसंगनी बनने का सौभाग्य मिला। ऋषि कपूर के फिल्मी कॅरियर पर लिखने के लिए शब्द कम पड़ जाएंगे। उनकी कोई भी फिल्म ऐसी नहीं है, जिसने दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ-साथ समाज को भी एक गंभीर और शानदार संदेश न दिया हो। ऋषि कपूर वास्तव में एक जिंदादिल इंसान थे और वह अपनी बात कहने में कोई संकोच नहीं किया करते थे, चाहे वह किसी को अच्छी लगे या बुरी लगे। उन्होंने एक फिल्म एक्टर और ऋषि कपूर के बीच के अंतर को सदैव बनाए रखा। वे हमेशा दूसरे कलाकारों को प्रेरणा देते हुए सफलता के मंत्र बताया करते थे। वे कहा करते थे कि सफलता का मेहनत के अलावा कोई शॉर्टकट नहीं होता है। ऋषि कपूर अपने जीवन में चाटुकार किस्म के लोगों से भी हमेशा दूर देखे गए। उन्होंने अपने पुत्र रणवीर को भी ऐसे ही संस्कार दिए। किसी स्टेज कार्यक्रम में ऐसा अवसर भी आया जब उन्होंने किसी बात पर स्टेज पर ही रणवीर को डांट दिया था। रणवीर पर भी अपने पिता की पूरी छाया है। ऋषि कपूर का परिवार एक आदर्श परिवार के रूपमें जाना गया है। नीतू सिंह ने ऋषि कपूर से शादी के बाद फिल्मों में अभिनय छोड़ दिया था।
अभिनेता ऋषि कपूर बनावटी नहीं थे। वे चाहते थे कि रणवीर अपने जीवन के महत्वपूर्ण फैसले स्वयं करें और वह अपने परिवार की अच्छाइयों को ग्रहण करें। उन्होंने रणवीर के साथ भी काम किया है। यूं तो रणवीर के साथ एक दो नाम और भी अफेयर में आए, लेकिन कहते हैं कि फिल्मकार महेश भट्ट की पुत्री आलिया भट्ट का रणवीर के साथ आना ऋषि कपूर और नीतू सिंह को ज्यादा ही पसंद आया। सुनने को मिला कि घर में इनकी शादी का प्लान चल रहा था कि ऋषि कपूर को कैंसर ने घेर लिया और उन्हें इलाज के लिए लंदन जाना पड़ा, जहां यह परिवार एक साल रहा। ऋषि कपूर के कैंसर के इलाज के कारण यह विवाह टलता गया। ऋषि कपूर जब स्वस्थ होकर स्वदेश लौटे तो यह शादी होने वाली थी, लेकिन नियति को यह मंजूर नहीं था कि ऋषि कपूर अपने पुत्र को आलिया भट्ट के साथ सात फेरे लेते हुए देखें। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि रणवीर आलिया और नीतू सिंह ने ऋषि कपूर की प्राण रक्षा के लिए अपनी अनुकरणीय भूमिका निभाई। दुनिया को अलविदा कहते समय ऋषि कपूर के सामने यह बात जरूर संतोष और खुशी दे रही होगी। यह भी हर कोई जानता है कि ऋषि कपूर ने अपने ऊपर कभी कोई दबाव महसूस नहीं किया चाहे वह फिल्म की सफलता या असफलता से जुड़ा हो या पेशेवर संघर्ष से जुड़ा रहा हो। उन्होंने सदैव ठहाके मारकर अपने अंदर ज़िंदादिल इंसान होने का एहसास कराया है।
ऋषि कपूर परिवार की ओर से आज सुबह रिलायंस अस्पताल से यह ख़बर आई कि वह सबसे बात करते-करते चले गए। वैसे किसी को इतना अंदाज़ा नहीं था कि वे इतनी जल्दी चले जाएंगे। उनका परिवार कहा करता था कि उन्होंने अपने मनोबल से कैंसर पर विजय पाई। उनका जाना बिल्कुल अचानक हुआ। ऋषि कपूर का निधन ऐसे समय पर हुआ है कि जब देश ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है और भारत में लॉकडाउन है, जिसकी सख्ती इस हद तक है कि किसी की भी मृत्यु पर शवयात्रा में या शमशान पर बीस से ज्यादा लोग एकत्रित नहीं हो सकते। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर उन्होंने थाली यानी ढफली बजाई थी और मुंबईवासियों और देशवासियों से अपील की थी कि वे लॉकडाउन के नियमों का पालन करें, कोरोना योद्धाओं को सहयोग दें और घर से बाहर न निकलें। होनी सो बलवान। कल एक और प्रतिभाशाली एक्टर इरफान खान की कैंसर के कारण ही दुखद मृत्यु हुई है। सभी दुखी हैं। फिल्मजगत में लगातार शोक व्याप्त है। ऋषि कपूर के निधन पर शोक संवेदनाओं का तांता लगा हुआ है। स्वरकोकिला लता मंगेशकर ने ऋषि कपूर को अपनी गोद में लेते हुए एक फोटो शेयर किया है और कहा है कि मैं शब्दहीन हो गई हूं, ये दुख सहना मेरे लिए मुश्किल है। सुपरस्टार अमिताभ बच्चन ने कहा है कि मैं ऋषि कपूर के निधन से टूट गया हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि मैं ऋषि कपूर के निधन से बहुत दुखी हूं, वे अभिनय के पावरहाउस थे, मैं उनको हमेशा याद करूंगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि उनके निधन से देश और फिल्म जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा है कि ऋषि कपूर अपने में एक संस्था थे, मैं उनके निधन से बहुत दुखी हूं। केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है कि वे महान इंसान और महान कलाकार थे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा है कि भारतीय सिनेमा को बड़ा भारी नुकसान हुआ है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रसिद्ध चरित्र अभिनेता अनुपम खेर ने कहा कि बहुत दुखी हूं। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भी शोक व्यक्त किया है। अभिनेता अक्षय कुमार ने कहा है कि ये निधन मेरे लिए बुरे सपने जैसा है। कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि बहुत दुख हुआ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधि एवं न्याय और ग्रामीण अभियंत्रण सेवा मंत्री बृजेश पाठक, क्रिकेटर विराट कोहली, अभिनेत्री अनुष्का शर्मा, सांसद और फिल्म अभिनेत्री हेमा मालिनी, पूनम ढिल्लो, डिंपल कपाड़िया, जया प्रदा, अजय देवगन, केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दक्षिण के फिल्म अभिनेता रजनीकांत, आमिर खान, प्रियंका चोपड़ा, मनोज वाजपेयी, फिल्मकार रमेश सिप्पी, शिल्पा शेट्टी, कमल हासन, गायक दिलेर मेहंदी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, दिल्ली बीजेपी की अध्यक्ष मनोज तिवारी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल आदि ने ऋषि कपूर के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है।