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Wednesday 27 May 2020 04:47:47 PM
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड ऑटोमेटिक कोविड-19 डायग्नोस्टिक टूल लांच किया है, जिसके तहत एक्स-रे चेस्ट इमेजेज़ की कोविड-19 आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड प्री-स्क्रीनिंग की जाती है, इससे मरीज में कोरोना संक्रमण का पता लगाया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सम्बंधी चुनौतियों से निपटने के लिए नए शोध की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण सम्पूर्ण विश्व के समक्ष उत्पन्न चुनौतियों के दृष्टिगत तकनीकी और मेडिकल संस्थानों के लिए यह अवसर है कि वे ऐसी डिवाइसेज़ विकसित करें, जो रोगों की पहचान और उपचार में मददगार साबित हों। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में कोरोना, एई, डेंगी, स्वाइन फ्लू इत्यादि के वैक्सीन विकसित करने के लिए गहन शोध की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने इस टूल का विस्तृत प्रस्तुतिकरण भी देखा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी मरीज की बिना सम्पर्क के जांच करने से सम्बंधित मल्टिपल डिवाइसेज़ विकसित करने को जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर इत्यादि जैसे विभिन्न उपकरणों को शामिल करते हुए एक मल्टी मोडल डिवाइस की आवश्यकता भविष्य में महसूस की जाएगी, चिकित्सा क्षेत्र के शोधकर्ताओं को विभिन्न डिवाइसेज़ को जोड़कर एक संयुक्त डिवाइस विकसित करने पर कार्य करना चाहिए। मुख्यमंत्री ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड ऑटोमेटिक कोविड-19 डायग्नोस्टिक टूल के लिए कहा कि यह डिवाइस कोरोना से लड़ने में सहायक साबित हो सकती है, यह एक अच्छा प्रयास है, इसमें लोगों को अलर्ट देने की भी व्यवस्था की जाए। मुख्यमंत्री ने प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य तथा प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को विभिन्न अस्पतालों में मरीजों के चेस्ट के डिजिटल एक्स-रे इस टूल में उपयोग हेतु शोधकर्ताओं को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।
आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस पर आधारित यह टूल डॉ एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज कोटा राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज़ सैफई इटावा के संयुक्त प्रयासों से विकसित किया गया है। एकेटीयू के सेंटर फॉर एडवांस्ड डीप लर्निंग एंड आर्टीफीशियल इंटेलीजेंस फॉर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग एंड रिसर्च ने एकेटीयू के प्रिंसिपल इंवेस्टीगेटर प्रोफेसर एमके दत्ता के नेतृत्व में केजीएमयू, गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज कोटा राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल साइंसेज़ सैफई इटावा जैसे चिकित्सा संस्थानों के साथ मिलकर इस टूल को विकसित किया है। प्रस्तुतिकरण में मुख्यमंत्री को इस टूल की मेथोडोलॉजी के विषय में अवगत कराया गया।
आर्टीफीशियल टूल में कलेक्शन ऑफ इमेजेज़, सेग्रीगेशन ऑफ अनवांटेड इमेजेज़, इमेज ऑगमेंटेशन, इमेज एनोटेशन, इमेज डेटासेट विथ एनोटेशन, डिवीजन ऑफ डेटासेट इन ट्रेनिंग एंड वैलिडेशन सेट, ट्रेनिंग तथा टेंड मशीन लर्निंग मॉडल शामिल हैं। इस अवसर पर चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री जयप्रताप सिंह, मुख्य सचिवआरके तिवारी, प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमितमोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा डॉ रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, केजीएमयू के वीसी एमएलबी भट्ट, एकेटीयू के वीसी विनय कुमार पाठक और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।