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Saturday 30 May 2020 03:11:34 PM
नई दिल्ली। भारत के भूतपूर्व मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति केजी बालकृष्णन ने प्रधानमंत्री के रूपमें नरेंद्र मोदी के छह वर्ष पूरा करने पर वेब लॉंचिंग के जरिए 20 भाषाओं में पुस्तक 'नरेंद्र मोदी-दुनिया की शांति की संभावना और खुशहाली' जारी की है। पुस्तक के सह-लेखक इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ़ ज्यूरिस्ट्स एवं ऑल-इंडिया बार एसोसिएशन के अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ आदिश सी अग्रवाल और प्रख्यात अमेरिकी लेखक और कवि एलिज़ाबेथ होरान हैं। इस असाधारण और अनन्य लॉन्च पर इसे जारी करने वाले न्यायमूर्ति बालकृष्णन ने कहा कि आम आदमी और महिला सहित हर नागरिक इस महान नेता और महान दूरदर्शी के जीवन के बारे में जानना चाहता है। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को कोरोना महामारी से उबारने में सफल होंगे, इसके लिए प्रत्येक नागरिक को भी अच्छी तरह सहयोग करना होगा।
प्रधानमंत्री के रूपमें नरेंद्र मोदी के छह वर्ष पर पुस्तक लॉन्च के मौके पर कई धर्मगुरू, आध्यात्मिक गुरु, राजनेता, आरएसएस और भाजपा के प्रख्यात नेता और दो लेखक मौजूद थे। प्रसिद्ध योगगुरू बाबा रामदेव ने इस अवसर पर कहा कि योग और कर्मयोग सभी समस्याओं का समाधान प्रदान करते हैं, नरेंद्र मोदी एक कर्मयोगी हैं, जो एक आशावादी हैं, जो कभी हैरान नहीं होते हैं, नए सिरे से सोचते हैं, अभिनव बातें करते हैं, साहस के साथ आगे बढ़ते हैं और बड़े फैसले लेते हैं, जिनमें से कुछ खतरों से भरे होते हैं। प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरू श्रीश्री रविशंकर ने कहा कि नरेंद्र मोदी सुधारों को लाने के लिए दृष्टि और संकल्प सिद्ध नेता हैं, जिनकी सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में भी उल्लेखनीय भूमिका है, चाहे वह संयुक्त राष्ट्र में हो, जलवायु परिवर्तन के लिए शिखर सम्मेलन हो और जी-20 हो, जिसमें उन्होंने एक अनुकरणीय छाप छोड़ी है और एक अधिक शांतिपूर्ण उदार समाज-एक बेहतर दुनिया की ओर दुनिया का नेतृत्व कर रहा है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी राम लाल जो संघ के प्रचार के प्रभारी हैं और संगठन की बड़ी जानकारी रखते हैं, ने कहा कि निकट भविष्य में सरकार, नागरिक संस्थान और समाज एक नया भारत बनाएंगे, जो न केवल अपने खुद के पैर पर खड़ा हो रहा है, अपितु दुनिया को एक दिशा दे रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों, पहल और नीतियों के कारण है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी इंद्रेश कुमार ने देश के वर्तमान संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में नरेंद्र मोदी का नेतृत्व दुनियाभर में खिल उठा है, वह एकमात्र बड़ा लीडर है, जो सभी को विश्वास और सांत्वना देता है, उसने मंदी से लेकर आत्मनिर्भरता का खाका पेश किया है, जबकि दुनिया आर्थिक मंदी से जूझ रही है। पुस्तक के सह-लेखकों में से एक डॉ आदिश सी अग्रवाल ने प्रधानमंत्री को उद्धृत किया कि वे किस तरह के नेता हैं। उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर 2019 को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व प्रसिद्ध वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन के महात्मा के विचारों को उद्धृत किया था-आने वाली पीढ़ियां इस तरह के एक आदमी का विश्वास करेंगी।
डॉ आदिश सी अग्रवाल ने आत्मविश्वास के साथ कहा कि मैं सुरक्षित रूपसे कह सकता हूं कि भारत को वैश्विक शक्ति में बदलने की विरासत की बदौलत आने वाले दशकों में अच्छे शब्दों की बौछार की जाएगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री योगेंद्र मकवाना ने समझाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुध्रुवीय दुनिया में एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय व्यक्ति बन गए हैं। उन्होंने कहा कि आज संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय संघ, रूस, चीन और जापान के साथ, राजनयिक और राजनीतिक मुद्दों पर भारत के विचारों को उचित वजन दिया गया है। असम के वरिष्ठ राजनेता भुवनेश्वर कलिता ने मोदी के बारे में कहा कि वह न केवल भारत केलिए बल्कि दुनिया केलिए कई मुद्दों पर एक प्रेरणा हैं, चाहे वह कोरोना के खिलाफ युद्ध हो, आर्थिक या कूटनीतिक मुद्दे हों। उन्होंने कहा कि विशेष रूपसे संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने जैसे उनके साहसिक कदमों के कारण उन्होंने सुनिश्चित किया है कि भारत एक राष्ट्र है, भारत एक संविधान है और भारत एक ध्वज है। भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्याम जाजू ने कहा कि नरेंद्र मोदी अधिक चिंतनशील हैं, लोगों और दुनिया के लिए प्रधानमंत्री की जो छवि है, उसपर यह पुस्तक एक महान काम है।
प्रख्यात अमेरिकी लेखक कवि और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जीवनी के सह-लेखक एलिजाबेथ होरन मोदी पर उस कविता को पढ़ते हैं जो उन्होंने इस अवसर से कुछ घंटे पहले भारतीय प्रधानमंत्री पर लिखी थी। नरेंद्र मोदी के बचपन और शुरूआती जीवन की दुर्लभ तस्वीरों के साथ उनकी जीवनी उनके तेजस्वी व्यक्तिगत और व्यावसायिक प्रक्षेपवक्र को एक लड़का होने से रोकती है। पुस्तक दो प्रारूपों हार्डकवर और ई-बुक में उपलब्ध है और 20 भाषाओं में, जिनमें 10 विदेशी अंग्रेजी, अरबी, डच, फ्रेंच, जर्मन, इतालवी, जापानी, मंदारिन, रूसी और स्पेनिश हैं और 10 भारतीय भाषाओं में हिंदी, असमिया, बंगाली, गुजराती, कन्नड़, मराठी, पंजाबी, तमिल, तेलुगु और उर्दू शामिल हैं। पुस्तक में कई प्रमुख सार्वजनिक हस्तियों के संदेश और फ़ॉर्वर्ड शामिल हैं। इसमें भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने लिखा है कि नरेंद्र मोदी एक ऐसे नेता हैं जो निर्णायक, व्यावहारिक और दृढ़ हैं। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का संदेश है कि प्रधानमंत्री अपने लक्ष्यों का लगातार अनुसरण करते हैं, रूपरेखा को सावधानीपूर्वक पूरा करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि दृष्टि को पूरा करने के लिए सबसे अच्छा दिमाग लगाए हुए हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा है कि नरेंद्र मोदी द्वारा प्रदान किए गए मजबूत और निर्णायक नेतृत्व ने विश्वस्तर पर भारत का कद और अंतर्राष्ट्रीय मामलों में इसकी भूमिका को बढ़ाया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिखा है कि प्रधानमंत्री भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था में ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने लिखा है कि मोदीजी ने अपने वादों पर काम किया है और आगे की प्रगति के लिए भी जबरदस्त जमीनी काम किया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने लिखा है कि मोदीजी ने दिखाया है कि वैश्विक मंदी के दौरान भारत को जिस तरह के फैसले लेने की जरूरत है, उन्हें लेने के लिए उनके पास दृष्टि और भाग्य है। गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने लिखा है कि मोदीजी, जिन्होंने गुजरात का पुनर्गठन किया, अब भारत और दुनिया के गेम-चेंजर हैं। सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लिखा है कि प्रधानमंत्री ने भारत के लोगों की उन उम्मीदों पर खरा उतरना जारी रखा है, जो उन्होंने दिखाई हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पुस्तक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का कहना है कि आतंकवादी लॉन्च पैड पर ट्रांस-बॉर्डर हमले, उसके बाद बालाकोट में की गई कार्रवाई ऐसे उदाहरण हैं जो भारत के ऐसे मामलों में या सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक बर्दाश्त नहीं करेंगे। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि लोगों को मोदीजी में अदम्य, अपने रोजमर्रा के जीवन में लचीलापन और आत्मा का प्रतिबिंब दिखाई देता है। असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के संतुलित रुख से शासन में उदारता आई है, उन्होंने प्रशासन में प्रामाणिकता और प्रदर्शन की एक नीति की शुरुआत की है। विहिप के उपाध्यक्ष चंपत राय ने कहा है कि मोदीजी ने श्रीराम जन्मभूमि विवाद के समाधान और राम मंदिर के निर्माण में बहुत व्यावहारिक भूमिका निभाई है।