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Friday 12 June 2020 01:18:03 PM
नई दिल्ली। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने उच्च शैक्षणिक संस्थानों के प्रदर्शन के आधार पर 10 श्रेणियों में इंडिया रैंकिंग 2020 जारी कर दी है। यह भारत में उच्च शैक्षणिक संस्थानों की इंडिया रैंकिंग का लगातार पांचवा संस्करण है। वर्ष 2020 में पहले की नौ रैंकिंग के अलावा डेंटल श्रेणी को पहली बार शामिल किया गया है, जिससे इस साल कुल श्रेणियों की संख्या दस हो गई है। एचआरडी मंत्री ने इस मौके पर कहा कि इस रैंकिंग से छात्रों को कुछ मापदंडों के आधार पर विश्वविद्यालयों का चयन करने में मदद मिलती है, इससे विश्वविद्यालयों को विभिन्न रैंकिंग मापदंडों पर अपने प्रदर्शन को बेहतर बनाने और अनुसंधान एवं सुधार के क्षेत्रों में खामियों की पहचान करने में भी मदद मिलती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर संस्थानों की रैंकिंग संस्थानों के बीच बेहतर प्रदर्शन करने और अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में उच्च रैंकिंग सुनिश्चित करने के लिए प्रतिस्पर्धात्मक भावना पैदा करती है।
एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क बनाने की यह महत्वपूर्ण पहल की है, जिसका उपयोग पिछले पांच वर्ष से विभिन्न श्रेणियों और ज्ञान के क्षेत्रों में उच्च शैक्षणिक संस्थानों की रैंकिंग के लिए किया जा रहा है और यह वास्तव हम सभी के लिए प्रोत्साहन का एक स्रोत है। उन्होंने कहा कि इस पहल ने संस्थानों में आंकड़े का प्रबंधन करने की आदत पैदा की है और इन सभी संस्थानों में से ज्यादातर संस्थान खुद को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने का प्रयास करते हैं। एनआईआरएफ में पहचाने गए मापदंडों की व्यापक श्रेणियों ने उच्च शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षण, अध्ययन और संसाधनों, अनुसंधान और व्यावसायिक अभ्यास, स्नातक छात्रों की संख्या आदि के सभी महत्वपूर्ण पहलुओं को सफलतापूर्वक पूरा किया है। भारत के संदर्भ में देश के विशिष्ट मापदंड जैसे क्षेत्रीय विविधता, पहुंच, लैंगिक समानता और समाज के वंचित वर्ग रैंकिंग पद्धति में शामिल हैं। सभी मापदंडों और उप-मापदंडों को विधिवत सामान्य बनाया गया है, ताकि बड़े और पुराने संस्थानों को अपने आकार या उम्र के आधार पर अनुचित लाभ न हो।
एचआरडी मंत्री ने कहा कि यह वास्तव में उचित ही है कि समग्र रैंकिंग के अलावा कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लिए श्रेणी विशिष्ट रैंकिंग की जाती है और इंजीनियरिंग, प्रबंधन, फार्मेसी, वास्तुकला, कानून और चिकित्सा के लिए विषय-विशिष्ट रैंकिंग की जाती है। वर्ष 2020 से एक नया विषय क्षेत्र यानी डेंटल को शामिल किया गया है। रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि कोरोना महामारी के कठिन समय में जेईई और नीट छात्रों को ऑनलाइन अभ्यास की सुविधा प्रदान करने के लिए एनटीए ने हाल ही में राष्ट्रीय टेस्ट अभ्यास ऐप लॉंच किया है और लगभग 65 लाख छात्रों ने ऑनलाइन परीक्षा का अभ्यास करने के लिए पहले ही इस ऐप को डाउनलोड कर लिया है। रमेश पोखरियाल ने पिछले पांच वर्ष से अबाधित तरीके से इंडिया रैंकिंग जारी करने के लिए मंत्रालय के अधिकारियों, राष्ट्रीय बोर्ड ऑफ एक्रिडिटेशन के सदस्य सचिव और उनकी टीम को बधाई दी।
मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री संजय धोत्रे ने कहा कि इस तरह के रैंकिंग ढांचे में भागीदारी संस्था के आत्मविश्वास को दर्शाती है और भागीदारी लेना सफलता का पहला कदम है, जिससे संस्थान का आत्मविश्वास बढ़ता है। संजय धोत्रे ने कहा कि रैंकिंग पारदर्शिता और स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के लिए आवश्यक है। उन्होंने उच्च शैक्षणिक संस्थानों को भी अपने उन छात्रों की मदद करने का आह्वान किया है, जो अपने स्कूल के दिनों से ही पढ़ाई में सुविधा की कमियों से जूझ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें सभी छात्रों का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित करना है। रैंकिंग का निर्धारण पांच व्यापक समूहों में से प्रत्येक के लिए निर्धारित अंकों के आधार पर किया जाता है, इसके अलावा आवेदक संस्थानों से प्राप्त विभिन्न मापदंडों पर आंकड़ों के स्रोत और जहां संभव हो आंकड़ों के तीसरे पक्ष के स्रोतों का भी उपयोग किया गया है। प्रकाशनों और उद्धृत आंकड़ों का पता लगाने के लिए स्कोपस और वेब ऑफ साइंस का उपयोग किया गया। पेटेंट वाले आंकड़ों का पता लगाने के लिए डरवेंट इनोवेशन का उपयोग किया गया।
इंडिया रैंकिंग 2020 के लिए समग्र, श्रेणी-विशिष्ट और क्षेत्र-विशिष्ट रैंकिंग के तहत कुल 3771 संस्थानों ने आवेदन किया था। इन 3771 आवेदक संस्थानों ने विभिन्न श्रेणियों में रैंकिंग के लिए 5805 आवेदन किए थे, जिसमें 294 विश्वविद्यालय, 1071 इंजीनियरिंग संस्थान, 630 प्रबंधन संस्थान, 334 फार्मेसी संस्थान, 97 कानून संस्थान, 118 चिकित्सा संस्थान, 48 वास्तुकला संस्थान और 1659 सामान्य डिग्री कॉलेज शामिल थे। इंडिया रैंकिंग के लिए आवेदकों की संख्या 2019 में 3127 से बढ़कर 2020 में 3771 हो गई है, जबकि 2019 में विभिन्न श्रेणियों में रैंकिंग के लिए आवेदनों की कुल संख्या 4873 से बढ़कर 2020 में 5805 हो गई है। इंडिया रैंकिंग 2020 के शीर्ष 10 संस्थानों की सूची इस प्रकार है-भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास, भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरू, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी।
विश्वविद्यालयों की रैंकिंग में हैं-भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरू, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय वाराणसी, अमृता विश्व विद्यापीठम कोयंबटूर, जादवपुर विश्वविद्यालय कोलकाता, हैदराबाद विश्वविद्यालय कलकत्ता विश्वविद्यालय कोलकाता, मणिपाल उच्च शिक्षा अकादमी मणिपाल, सावित्रीबाई फुले विश्वविद्यालय पुणे, जामिया मिलिया इस्लामिया नई दिल्ली। अभियांत्रिकी में हैं-भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मद्रास, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान बॉम्बे, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गुवाहाटी, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान हैदराबाद, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान तिरुचिरापल्ली, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान इंदौर। प्रबंधन संस्थानों में हैं-भारतीय प्रबंधन संस्थान अहमदाबाद, भारतीय प्रबंधन संस्थान बैंगलोर, भारतीय प्रबंधन संस्थान कलकत्ता, भारतीय प्रबंधन संस्थान लखनऊ, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर, भारतीय प्रबंधन संस्थान कोझीकोड, भारतीय प्रबंधन संस्थान इंदौर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान दिल्ली, ज़ेवियर लेबर रिलेशंस इंस्टीट्यूट, प्रबंधन विकास संस्थान गुरुग्राम।
महाविद्यालयों में हैं-मिरांडा हाउस दिल्ली, लेडी श्रीराम कॉलेज फॉर विमेन नई दिल्ली, हिंदू कॉलेज दिल्ली, सेंट स्टीफन कॉलेज दिल्ली, प्रेसीडेंसी कॉलेज चेन्नई, लोयोला कॉलेज चेन्नई, सेंट जेवियर कॉलेज कोलकाता, रामकृष्ण मिशन विद्यामंदिरा हावड़ा, हंसराज कॉलेज दिल्ली, पीएसजीआर कृष्णमल कॉलेज फॉर विमेन कोयंबटूर। फार्मेसी-जामिया हमदर्द नई दिल्ली, पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़, हिंदू कॉलेज, दिल्ली नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च मोहाली, संस्थान रासायनिक प्रौद्योगिकी मुंबई, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च हैदराबाद, बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस पिलानी, मणिपाल कॉलेज ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज उडुपी, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फार्मास्यूटिकल एजुकेशन एंड रिसर्च अहमदाबाद, जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी ऊटी, पीएसजीआर कृष्णमल कॉलेज फॉर विमेन कोयंबटूर, जेएसएस कॉलेज ऑफ फार्मेसी मैसूर। मेडिकल-अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान नई दिल्ली, पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च चंडीगढ़, क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज वेल्लोर। वास्तुकला-भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान खड़गपुर, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान कालीकट। कानून-नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया यूनिवर्सिटी बेंगलुरु, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी नई दिल्ली, नालसर यूनिवर्सिटी ऑफ लॉ हैदराबाद। दंत चिकित्सा-मौलाना आजाद इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेज दिल्ली, मणिपाल कॉलेज ऑफ डेंटल साइंसेज उडुपी, डॉ डीवाई पाटिल विद्यापीठ पुणे।
इस साल इंजीनियरिंग क्षेत्र में 200 संस्थानों समग्र रूपसे विश्वविद्यालय और कॉलेज की श्रेणियों में 100 संस्थानों, प्रबंधन और फार्मेसी प्रत्येक में 75 संस्थानों, चिकित्सा में 40 संस्थानों, वास्तुकला और काननू प्रत्येक में 20 और पहली बार दंत चिकित्सा के क्षेत्र में 30 संस्थानों को रैंक प्रदान किया गया। समूह में भी कुछ अतिरिक्त रैंकिंग भी प्रदान की गई है। रैंकिंग हासिल संस्थानों के दिए गए आंकड़ों को गहन रूपसे सत्यापित किया गया। रैंकिंग की इस पूरी प्रक्रिया में आंकड़ों की विसंगतियों, विरोधाभासों और मुख्य बिंदू इतर से आंकड़ों की जांच और पहचान की गई, जिसके लिए अत्यधिक परिश्रम, धैर्य और चतुराई से निपटने की आवश्यकता होती है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हुए इस रिलीज कार्यक्रम में अपर सचिव (उच्च शिक्षा) राकेश रंजन, एमएचआरडी यूजीसी के अध्यक्ष प्रोफेसर डीपी सिंह, एआईसीटीई के अध्यक्ष अनिल सहस्रबुद्धे, एनबीए के अध्यक्ष प्रोफेसर केके अग्रवाल, एनबीए के सदस्य सचिव डॉ अनिल कुमार नासा और उच्च शैक्षणिक संस्थानों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए।