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Saturday 13 June 2020 01:15:21 PM
विशाखापट्टनम। भारतीय नौसेना के वाइस एडमिरल बिश्वजीत दासगुप्ता ने चीफ ऑफ स्टाफ पूर्वी नौसेना कमान विशाखापट्टनम का कार्यभार संभाल लिया है। उन्होंने वाइस एडमिरल एसएन घोरमाडे का स्थान लिया है, जिनका एकीकृत मुख्यालय रक्षा मंत्रालय (नौसेना) नई दिल्ली में कंट्रोलर पर्सनल सर्विसेस पद पर स्थानांतरण हो गया है। वाइस एडमिरल बिश्वजीत दासगुप्ता राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के छात्र रहे हैं। उन्हें 1985 में भारतीय नौसेना में तैनाती मिली थी और वह नौवहन और परिचालन (डायरेक्शन) में विशेषज्ञ हैं। उन्होंने मिसाइल वाहक आईएनएस निशंक, आईएनएस कार्मुक, तेजतर्रार युद्धपोत आईएनएस ताबर और विमान वाहक युद्धपोत आईएनएस विराट सहित चार अग्रणी जहाजों का नेतृत्व किया है।
वाइस एडमिरल बिश्वजीत दासगुप्ता ने इंडियन नेवल वर्क अप टीम कोच्चि में कमांडर वर्क, डिफेंस सर्विसेस स्टाफ कॉलेज वेलिंगटन में डायरेक्टिंग स्टाफ, नौसेना के नैविगेशन एंड डायरेक्शन स्कूल में ऑफिसर-इन-चार्ज, चीफ ऑफ नेवल स्टाफ के नैवल असिस्टेंट और वेस्टर्न फ्लीट के फ्लीट ऑपरेशन ऑफिसर जैसे परिचालन, प्रशिक्षण और कर्मचारियों की नियुक्ति के दायित्व भी निभाए हैं। फ्लैग रैंक पर प्रोन्नति पर उन्हें मुंबई में मुख्यालय पश्चिमी नौसेना कमान में चीफ स्टाफ ऑफिसर (ऑपरेशन) के रूपमें नियुक्त किया गया था। उन्होंने वर्ष 2017-18 में विशाखापट्टनम में प्रतिष्ठित ईस्टर्न फ्लीट की कमान संभाली और उसके बाद उन्हें एनसीसी मुख्यालय में अतिरिक्त महानिदेशक के तौर पर नियुक्त किया गया था।
वाइस एडमिरल की रैंक पर प्रोन्नति पर और चीफ ऑफ स्टाफ पूर्वी नौसेना कमान विशाखापट्टनम में उनकी वापसी से पहले वह एकीकृत मुख्यालय रक्षा मंत्रालय (नौसेना) नई दिल्ली में कंट्रोलर पर्सनल सर्विसेस में तैनात थे। वाइस एडमिरल बिश्वजीत दासगुप्ता डिफेंस सर्विसेस कमांड एंड स्टाफ कॉलेज बांग्लादेश, आर्मी वार कॉलेज एमएचओडब्ल्यू और नेशनल डिफेंस कॉलेज नई दिल्ली से स्नातक हैं। फ्लैग ऑफिसर को उनकी विशिष्ट सेवा के लिए अति विशिष्ट सेवा पदक और विशिष्ट सेवा पदक मिल चुका है। उन्हें वर्ष 2015 में ऑपरेशन राहत के तहत हिंसाग्रस्त यमन से लोगों को निकालने के कार्य में समन्वय के लिए युद्ध सेवा पदक भी मिल चुका है।