Saturday 13 June 2020 05:45:57 PM
हितेंद्र सिंह लोधी राजपूत
बिसहड़ा गांव (दादरी) में बछिया चोर अखलाक के मारे जाने पर लालबत्ती लगीं वीवीआइपी गाड़ियों से बिसाहड़ा की सड़क एक इंच नीचे बैठ गई थी। राहुल गांधी के आंसुओं से पूरा गांव भीग उठा था। अखिलेश यादव ने पहले चालीस लाख फिर पचास लाख फिर एक करोड़ और उससे भी तसल्ली नहीं हुई तो एक फ्लैट भी दिया। यह भी कम पड़ गया तो दो और फ्लैट दिए। यह भी कम पड़े तो परिवार के एक सदस्य को सरकार नौकरी दी। बिसहड़ा में अखलाक के परिवार की मदद के लिए बोली लग रही थी, प्रतियोगिता हो रही थी। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल 3000000 दिए तो कांग्रेस ने भी 5000000 रुपए दिए।
कश्मीर घाटी के आखिरी हिंदू सरपंच अजय पंडित की कुछ लोगों ने पिछले हफ्ते गोली मारकर हत्या कर दी। इनमें से किसी के भी हलक से अजय पंडित के परिवार की मदद के लिए एक शब्द भी नहीं निकला। कोई फिल्म की हीरोइन अजय पंडित की हत्या के विरोध में साइन बोर्ड लेकर खड़ी नहीं हुई और ना किसी अनुराग कश्यप के पेट में दर्द हुआ। ना जावेद अख्तर ने कोई बयान दिया और ना ही आमिर खान को हिंदुस्तान में डर लगा। इनकी जमात का पूर्णतया विरोध करना अति आवश्यक है। (हितेंद्र सिंह लोधी राजपूत की फेसबुक पोस्ट से साभार)।