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Tuesday 7 July 2020 01:10:28 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने 'देखो अपना देश' वेबिनार श्रृंखला में 'वुमन ऑफ इंडिया-शिफ्टिंग गियर्स' शीर्षक से 40वें वेबिनार का आयोजन किया, जो पर्यटन से जुड़ी महिलाओं की बाइकिंग के रोमांच को रेखांकित करता है। भारत की दो उत्साही महिला मोटरबाइक चालक जया भारती, एक शौकीन मोटरसाइकिल चालक यात्रा उत्साही और मोवो (मूविंग वुमन) की सह-संस्थापक हैं एवं महिलाओं को मोटरसाइकिल से यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। दूसरी कैंडिडा लुई मोटरसाइकिल चालक एक ब्लॉगर, कहानीकार और मोटरसाइकिल टूर गाइड हैं, जिन्होंने इस वेबिनार सत्र का आयोजन किया। पर्यटन मंत्रालय की अतिरिक्त महानिदेशक रुपिंदर बराड़ के संचालन में घंटेभर के इस सत्र में भारत में महिला बाइकर्स की सुरक्षा, मोटरसाइकिल से भारत के असंख्य परिदृश्यों की खोज, जिम्मेदारी के साथ यात्रा, बिना किसी संकोच के पूरे देश में ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को बाइक यात्रा के लिए प्रोत्साहित करने जैसे विभिन्न पहलुओं को छुआ गया।
देखो अपना देश वेबिनार श्रृंखला एक भारत श्रेष्ठ भारत की समृद्ध विविधता को प्रदर्शित करने का केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय का एक प्रयास है और यह वर्चुअल प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को लगातार विकसित कर रहा है। वेबिनार सत्र की दोनों वक्ता भारत की महिला बाइकिंग समुदाय में प्रसिद्ध व्यक्तित्व हैं और उन्होंने अपनी बाइकिंग यात्राओं से प्रेरित करके कई नए उत्साही बाइकर्स का मार्ग प्रशस्त किया है। जया भारती तेलंगाना राज्य से हैं, पेशे से वह वास्तुकार हैं और मोवो नामक एक गैर-लाभकारी संगठन चलाती हैं, जो महिलाओं को दोपहिया वाहन चलाने के तरीके सीखने में मदद करता है और वह हैदराबाद चैप्टर की बाइकरनी अखिल महिला बाइकर क्लब की प्रमुख भी हैं। कैंडिडा लुई के यूट्यूब और इंस्टाग्राम पर लाखों फॉलोअर हैं और वह एक युवा मोटरसाइकिल ट्रैवल इन्फ्लुएंसर हैं। कर्नाटक के हुबली शहर से आने वाली वह खुद के बारे में एक कहानीकार और एक भावुक मोटरसाइकिल टूर गाइड होने का दावा करती हैं, जो पर्यटकों को देश-विदेश में बहुत ही रोमांचकारी और असाधारण यात्रा अनुभवों का लाभ उठाने में सहायता प्रदान करती हैं।
तेलंगाना सरकार ने विशिष्ट महिला पुरस्कार और राज्य की एकमात्र महिला बाइकर के रूपमें जया भारती को सम्मानित किया है, उन्होंने बड़े गर्व के साथ देश की सीमाओं और संयुक्त राज्य अमेरिका, थाईलैंड लाओस, कंबोडिया जैसे 7 देशों की यात्रा करने का अपना अनुभव साझा किया, जहां पर उन्होंने हजारों मील की दूरी तय की और पिछले कुछ वर्ष में अपनी बाइक यात्रा के माध्यम से देश का प्रतिनिधित्व भी किया। यूनेस्को की साइटों का दौरा करने के प्रति उनके आकर्षण ने उन्हें पूरे देश में यूनेस्को की सभी 38 साइटों का दौरा करने वाली चुनौती को समाप्त करने में मदद की है। इस आकर्षण के कारण उन्हें अनदेखे स्थलों की यात्रा और भारतीय संस्कृति की विशिष्टता से परिचय हुआ है। कैंडिडा लूई ने 2015 में 7 महीने की अवधि में 32,000 किलोमीटर और 22 राज्यों को कवर करते हुए पूरे देश का दौरा किया था। उनकी सबसे हाल की यात्रा भारत से ऑस्ट्रेलिया की थी, जहां पर उन्होंने सड़क के माध्यम से लगभग 8 महीने की सवारी करते हुए 10 देशों को पार किया।
मोटरसाइकिल यात्रा के प्रति उसके जुनून के कारण उन्होंने देश में और देश के बाहर 15 से ज्यादा देशों और 40 यात्राएं की हैं। कैंडिडा लुई अपने परिचय में स्थानीय संस्कृति और व्यंजनों के साथ-साथ स्वयंसेवा और सामुदायिक सेवा में सक्रिय रहने के लगाव को साझा करती हैं। जय भारती ने बताया कि किस प्रकार भारत के सड़क नेटवर्क, जो दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा माना जाता है, ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत, लंबी तटीय रेखाएं, विशाल पर्वत श्रृंखलाएं, पहाड़ियां, देश के कृषि क्षेत्र का इन मोटर मशीनों के माध्यम से अनुभव किया जा सकता है, जो न केवल साहस और रोमांच से जोड़ते हैं, बल्कि महिलाओं को अपने घरों से बाहर निकलने और स्वतंत्रता का अनुभव प्राप्त करने की दिशा में सशक्त भी बनाते हैं। कैंडिडा लुई भारत के प्राकृतिक सौंदर्य वाले क्षेत्र को प्रस्तुति के साथ आगे बढ़ती हैं। वे बताती हैं कि उत्तरी क्षेत्र अपने आकर्षण, पहाड़ों और हिमालय की चोटियों वाली सड़कों पर बाइकिंग यात्रा करने के लिए प्रत्येक बाइकर्स के लिए एक सपना है।
लेह लद्दाख और स्पीति क्षेत्र की सबसे ऊंची मोटरसाइकिल योग्य सड़क उमलिंग ला और कारगिल युद्ध स्मारक स्थल के लिए एक राइड, प्रत्येक उत्साही मोटरबाइक के सपनों वाले स्थलों में से एक हैं। उत्तर भारत भी कुछ बेहतरीन स्मारकों और ऐतिहासिक स्थलों से भी समृद्ध है, जो इसे विदेशी और राष्ट्रीय पर्यटकों के लिए रोमांचक यात्रा करने का उपयुक्त क्षेत्र बनाता है। कैंडिडा लुई के अनुसार पूर्वी भारत का क्षेत्र अपनी हरियाली के कारण किसी बाइकर्स के लिए उसके अभियान के लिए सबसे उत्तम विचार है। वह एक चीज जो पूर्वोत्तर क्षेत्र के लिए सबसे अच्छा है वह है कि पूर्वोत्तर के सात राज्यों के प्राकृतिक सौंदर्य की वास्तविक तस्वीर को एक साथ दर्शाया जाना, जिसमें सबसे आश्चर्यजनक परिदृश्यों में झरने और गहरे जंगल, साफ-सुथरे गांव और ऊंचे पर्वत आदि शामिल हैं और इन दूरस्थ स्थानों का अनुभव प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका मोटर साइकिलिंग है। कैंडिडा लुई ने दर्शकों को बताया कि वह दक्षिण भारत क्षेत्र के साथ एक विशेष संबंध रखती हैं, क्योंकि वे दक्षिण भारत से हैं, वहां उनका जुनून और ज्यादा बढ़ जाता है। दक्षिण भारत लंबी तटीय सड़कों और प्राचीन समुद्र तटों से समृद्ध है, जो उसे बाइक सवारों और मोटरबाइक यात्राओं के लिए एक आदर्श गंतव्य स्थान बनाता है।
कैंडिडा लुई ने कहा कि इस क्षेत्र के लोगों के मित्रतापूर्ण व्यवहार ने उन्हें अधिक आत्मविश्वास के साथ अपने क्षितिज को खोलने और लगातार यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित किया है। उन्होंने बताया कि पश्चिम भारत के लिए उनकी इकलौती यात्रा एक खास यात्रा थी, जहां पर वह पुष्कर, उदयपुर, जैसलमेर और कई अनदेखे स्थानों पर उतरीं, जहां पर उन्हें एक पूरी नई रंगीन दुनिया दिखी और रैट मंदिर, बुलेट बाबा मंदिर या बाइकर मंदिर और पसंद की कुछ ऐसी चीजें दिखीं, जिसके बारे में उन्होंने कभी सुना भी नहीं था, लेकिन अपनी यात्रा के दौरान उन्हें खोजा था। उनके अनुसार पश्चिम भारत में सबसे मनोरम दृश्य मिलते हैं और वह बाइकर्स को उनकी बाइक यात्रा के लिए सबसे अच्छी पृष्ठभूमि प्रदान करता है। जिस अंतिम क्षेत्र के बारे में उन्होंने बात की वह मध्य भारत था, जिसे उन्होंने एक नरम, रहस्यमय भूमि और भारत के कुछ सबसे जीवंत शहरों में से एक के रूपमें वर्णित किया, जहां पर प्राचीन मंदिरों, राजसी किलों, वनों, जंगलों और वन्यजीवों की अधिकता है।
लोकप्रिय धारणा के विपरीत कैंडिडा लुई ने उल्लेख किया कि इस क्षेत्र में अपनी सवारी के दौरान उन्हें सड़क पर किसी भी प्रकार के खतरे का सामना नहीं करना पड़ा और सुरक्षा के दृष्टिकोण से बिना किसी हिचकिचाहट के उसकी यात्रा संतोषजनक रूपसे पूरी हुई। इस प्रकार उन्होंने सलाह दी है कि अधिकतम विश्वास और न्यूनतम भय के साथ देश के किसी भी स्थान पर अपनी यात्रा के लिए निकलें, लेकिन पूरी सावधानियों के साथ। उन्होंने इस निष्कर्ष के साथ समाप्त किया कि उनका भारत लगभग एक महाद्वीप की तरह है, चकाचौंध फैलाने वाली संस्कृति और परंपराओं की इस विशाल भूमि में फैले हुए आकर्षण के सबसे ज्यादा संस्करण हैं और उन्होंने प्रत्येक नागरिक विशेषकर महिलाओं द्वारा पर्यवेक्षण करने का आह्वान किया। जय भारती बताती हैं कि कैसे भारत आने वाले ज्यादातर लोग देश की अलग-अलग संस्कृति से जुड़ जाते हैं और जहां पर हरेक परंपराओं का अपना एक मतलब होता है। यह बताने के लिए उन्होंने अपनी एक मोटरबाइक यात्राओं में से एक को चुना, जिसमें वे नवरात्रि के दौरान तेलंगाना में मनाए जाने वाले प्रमुख त्योहारों में से एक को मनाया और बढ़ावा दिया, जिसे बाथुकम्मा कहा जाता है।
गौरतलब है कि यह महिलाओं के लिए और उनके द्वारा मनाया जाने वाला 9 दिनों का त्योहार है, जहां महिलाएं विभिन्न प्रकार के फूलों को प्राकृतिक रूपसे आसपास के वातावरण से इकट्ठा करती हैं और इसे अपने घरों के बाहर खोदे गए गड्ढे के चारों ओर सजाती हैं। जया भारती और 9 महिलाओं के एक समूह ने वर्ष 2018 में बाथुकम्मा महोत्सव को बढ़ावा देने के लिए तेलंगाना के 9 जिलों और 1,200 किलोमीटर की यात्रा की, जिसमें वे बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर जातीय पोशाक पहने, उनकी पारंपरिक हथकरघा और संस्कृति की खोज करती हैं। जया भारती ने कहा कि विभिन्न प्लेटफार्मों और साधनों के माध्यम से हम जितना बढ़ावा दे सकते हैं, उतना ही इन संस्कृतियों को बढ़ावा देना हमारे लिए जरूरी है। जया भारती ने किसी के द्वारा बाइक यात्राओं की शुरुआत करने से पहले यात्राओं से संबंधित विस्तृत योजना के निर्माण पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि यात्रा के लिए एक पूर्व योजना और वाहन के लिए सभी आवश्यकताओं को मापने का काम किया जाए। सड़क सुरक्षा एक अन्य पहलू है जिस पर गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए। राइडिंग गियर्स से सुरक्षित होना, ट्रैफिक नियमों का पालन करना, जरूरत के हिसाब से ब्रेक लगाना और ब्रेकडाउन से बचने के लिए बाइक की नियमित रूप जांच करना इस प्रकार के साहसिक काम करने वाले प्रत्येक सवार के लिए महत्वपूर्ण है।
जया भारती ने इस बात का उल्लेख करने के साथ अपनी बात को समाप्त किया कि ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को यात्रा करने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए किस प्रकार से बातचीत शुरू करने और सकारात्मक रूप से प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है और अपने देश की सुंदरता का जश्न मनाने और आनंद प्राप्त करने के लिए अपनी सारी चिंताओं को घर पर छोड़ने, बाहर निकलने और खुद को सशक्त बनाने की आवश्यकता है। भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सभी सोशल मीडिया हैंडल पर भी वेबिनार के सत्र उपलब्ध हैं। अगले वेबिनार का आयोजन शनिवार 11 जुलाई 2020 को निर्धारित किया गया है, जिसमें योग गंतव्य के रूपमें उत्तराखंड पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। वेबिनार के सत्र इन लिंकों पर भी उपलब्ध हैं-https://www.youtube.com/channel/UCbzIbBmMvtvH7d6Zo_ZEHDA/featured, http://tourism.gov.in/dekho-apna-desh-webinar-ministry-tourism, https://www.incredibleindia.org/content/incredible-india-v2/en/events/dekho-apna-desh.html