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Monday 13 July 2020 01:27:35 PM
गुरुग्राम। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आह्वान किया है कि लंबी आयु वाले वृक्ष लगाए जाएं। ‘अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान’ के तहत केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल के गुरुग्राम परिसर में पीपल के पौधे का रोपण करते हुए गृहमंत्री ने सशस्त्र बलों के वीर जवानों का अभिनंदन किया और इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त की कि वे देश की रक्षा के साथ-साथ पर्यावरण की रक्षा करने वाले इस विशाल अभियान के माध्यम से देशभर में 1.37 करोड़ से अधिक लंबी आयु वाले वृक्षों के पौधे लगा रहे हैं। गृहमंत्री ने कहा कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिसबल देशभर के हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन की सुरक्षा तथा आतंकवाद के ख़िलाफ लड़ाई के साथ ही कोविड-19 महामारी से लड़ने में भी महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। अमित शाह ने कोरोना महामारी में जान गंवाने वाले केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के 31 कोरोना वॉरियर्स को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि इन कोरोना वॉरियर्स का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और कोरोना के ख़िलाफ लड़ाई के इतिहास में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों का नाम स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
गृहमंत्री अमित शाह ने यह भी कहा कि दुनियाभर में कोरोना से सरकारें लड़ रही हैं, किंतु भारत में कोरोना से जंग में केंद्र सरकार के साथ सभी राज्य सरकारें और देश का एक-एक व्यक्ति खड़ा हुआ है। केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘एक जन-एक मन, एक राष्ट्र’ के सूत्र को चरितार्थ करते हुए कोरोना के खिलाफ जंग में हम अच्छे मुकाम पर खड़े हैं, कहीं डर का माहौल नहीं है, इसके खिलाफ लड़ने का जज्बा है, पराजित करने का हौसला है और मैं कहना चाहता हूं कि इस जंग से लड़ाई में हमारे सुरक्षा बलों का भी बहुत महत्वपूर्ण योगदान है। गृहमंत्री ने कहा कि विभिन्न सुरक्षाबलों के जवानों की याद में एक बहुत बड़ा स्मारक दिल्ली में बनाया गया है, जो हमेशा जनता को उनके बलिदान की याद दिलाता है। अमित शाह ने कहा कि हमारे पुरखों का कहना था कि प्रकृति का दोहन करना चाहिए प्रकृति का शोषण नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वेदकाल में ऋषि-मुनियों के इस संतुलन को भौतिकवादी विचारधारा ने तोड़ा इसीलिए आज जलवायु परिवर्तन, बढ़ते तापमान, ग्लोबल वार्मिंग के खतरे सामने खड़े हैं। अमित शाह ने कहा कि इस संकट से हमें वृक्ष ही बचा सकते हैं, इसलिए हमारे पुरखों ने सभी ग्रंथों में वृक्ष के महत्व को समझाया है।
अमित शाह ने कहा कि वृक्षों की मानव जीवन में महत्ता को दर्शाने वाले मत्स्य पुराण के सूत्र को अभियान का मूल मंत्र बनाया गया है, जिससे कि केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल और उनके माध्यम से समाज में वृक्षों के प्रति संवेदनशीलता और चेतना जाग्रत हो। अमित शाह ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल के जवानों से अपील की कि जबतक लगाने वाले व्यक्ति से वृक्ष बड़ा न हो जाए, तबतक उसका ध्यान रखा जाए, उसके बाद वह वृक्ष पीढ़ियों तक हमारा ध्यान रखेंगे। अमित शाह का कहना था कि इससे जीवन भी पल्लवित और सुगंधित होगा, वृक्षों से हमें प्राणवायु मिलती है और प्राण वायु के बगैर शरीर की कल्पना नहीं की जा सकती है। अमित शाह ने कहा कि ऑक्सीजन देने की क्षमता, मौसम की अनुकूलता और आयु को ध्यान में रखते हुए इस महाअभियान के लिए पीपल, जामुन, नीम, वट और बरगद जैसे पेड़ों का चयन किया गया है। अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण के संरक्षण और पर्यावरण के संवर्धन को बहुत महत्व दिया है और गुजरात पहला ऐसा राज्य बना जहां पर्यावरण की चिंता के लिए डिपार्टमेंट की रचना की गई।
गृहमंत्री ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री स्वच्छ ईंधन की बात करते हैं पेट्रोल की जगह एथेनॉल के उपयेाग को बढ़ावा देना चाहते हैं। आज भारत पूरे विश्व के अंदर सौर ऊर्जा का केंद्र बना है, शीघ्र ही हम इस स्थिति में पहुंच जाएंगे कि देश के अंदर सबसे ज्यादा ऊर्जा का उत्पादन सौर ऊर्जा के माध्यम से होगा। अमित शाह ने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत 8 करोड़ परिवारों को मुफ़्त गैस सिलेंडर जैसी योजना भी भारत सरकार के पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों में से एक है। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के सातों महानिदेशक और वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा और गृहमंत्री अमित शाह के निर्देशन में सीमा सुरक्षा बल, केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल, भारत तिब्बत सीमा पुलिस, सशस्त्र सीमा बल, असम राइफल्स, राष्ट्रीय सुरक्षा गारद ने वृक्षारोपण का अभियान शुरू किया है।
वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत सभी बलों ने 30 जून 2020 तक देश के विभिन्न भागों में 20 लाख से अधिक पौधे लगाए हैं। समस्त बलों ने जलवायु के अनुरूप इकाई वार लगाए जाने वाले पौधों की संख्या के आंकलन का काम शुरू कर दिया है तथा इसके लिए नोडल अधिकारियों की नियुक्ति भी की दी गई है। लगाए जाने वाले पौधों की प्रजातियों का भी चयन किया गया है और साथ ही यह भी निश्चित किया गया है कि लगाए जाने वाले पौधे यथासंभव देसी प्रजातियों के होंगे जो कम से कम पचास प्रतिशत पौधे लंबी आयु यानी 100 वर्ष से अधिक के होंगे। पौधों की प्रजातियों के चयन में यह भी ध्यान रखा गया कि वे आरोग्यवर्धक और पर्यावरण की दृष्टि से लाभकारी हों। उल्लेखनीय है कि अखिल भारतीय वृक्षारोपण अभियान के तहत देशभर में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के परिसरों में 10 लाख से अधिक पौधों का रोपण किया गया है।