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Wednesday 22 July 2020 12:58:56 PM
विशाखापट्टनम। भारत और चीन में सीमा पर गंभीर तनाव के बीच भारतीय सेना की अंडमान और निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने पूर्वी नौसेना कमान के अपने तीन दिवसीय भ्रमण पर विशाखापट्टनम का दौरा किया। वाइस एडमिरल अतुल कुमार जैन फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ ईएनसी ने लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे के साथ परिचालन संबंधी विचार-विमर्श किया, उन्हें ईस्टर्न सीबोर्ड पर भारतीय नौसेना की कमान के दायित्वों और अन्य परिचालन गतिविधियों के बारे में भी बताया। गौरतलब है कि लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ने 1 जून 2020 को अंडमान और निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ के रूपमें कार्यभार संभाला था। वर्तमान भू राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए उनका भ्रमण अहम है, जिसमें पूर्वी नौसेना कमान और अंडमान एवं निकोबार कमान को एक-दूसरे के साथ निकट सहयोग में काम करना है।
लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को दिसंबर 1982 में कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर में तैनाती मिली थी। वह स्टाफ कॉलेज यूनाइटेड किंगडम से स्नातक हैं। उन्होंने आर्मी वार कॉलेज महू से हायर कमांड कोर्स और नेशनल डिफेंस कॉलेज नई दिल्ली से नेशनल सिक्योरिटी स्टडीज कोर्स किया है। अपनी विशिष्ट सेवा के 37 साल के दौरान उन्होंने ऑपरेशन विजय और पराक्रम में सक्रिय रूपसे भाग लिया है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास इंजीनियरिंग रेजिमेंट, नियंत्रण रेखा पर स्ट्राइक कॉर्प्स के भाग के रूपमें एक इंजीनियर्स ब्रिगेड, पश्चिमी लद्दाख के बेहद ऊंचाई वाले क्षेत्र में एक माउंटेन डिविजन और पूर्वोत्तर में काउंटर इंसर्जेंसी ऑपरेशंस एरिया में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात कॉर्प्स की भी कमान संभाली है। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे के साथ डिफेंस वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष अर्चना पांडे भी थीं।