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Wednesday 12 August 2020 05:00:02 PM
नई दिल्ली। रक्षा अधिग्रहण परिषद ने भारतीय सशस्त्र बलों के लिए आवश्यक विभिन्न प्लेटफार्मों और उपकरणों के पूंजी अधिग्रहण के लिए मंजूरी दे दी है, इसमें भारतीय वायुसेना के लिए 106 बेसिक प्रशिक्षक विमान भी शामिल हैं। आत्मनिर्भर भारत पहल को बढ़ावा देने के लिए स्वदेशी क्षमता पर भरोसा जताते हुए सशस्त्र बलों को मजबूत करने के लिए रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने एक बैठक में 8,722.38 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत के रक्षा उपकरणों की खरीद के प्रस्तावों को मंजूरी दी है। हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने बेसिक प्रशिक्षक विमान (एचटीटी-40) प्रोटोटाइप को सफलतापूर्वक विकसित कर लिया है और अब यह प्रमाणन की प्रक्रिया में है।
भारतीय वायुसेना की बुनियादी प्रशिक्षण आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड से 106 बेसिक प्रशिक्षक विमान खरीदे जाएंगे। प्रमाणन की प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद शुरू में 70 बेसिक प्रशिक्षक विमान एचएएल से खरीदे जाएंगे और बाकी 36 विमान आईएफ में एचटीटी-40 के बेड़े के संचालन के बाद खरीदे जाएंगे। भारतीय नौसेना की मारक क्षमता में सुधार करने के लिए डीएसी ने भारत हैवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड से सुपर रैपिड गन माउंट के उन्नत संस्करण की खरीद को मंजूरी दे दी है, जो भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक के युद्धपोतों पर मुख्य गन के रूपमें लगाया जाता है। एसआरजीएम के उन्नत संस्करण में मिसाइलों और तेज हमलावर विमानों जैसे तेज पैंतरेबाज लक्ष्यों के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन करने और अधिकतम दूरी तक मारक क्षमता को बढ़ाया गया है।
रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 'विनिर्माण' और 'प्रौद्योगिकी' दोनों के संदर्भ में गोला-बारूद के स्वदेशी विकास के लिए अपेक्षित क्षमता की उपलब्धता के मद्देनजर भारतीय सेना के लिए डिजाइन और डेवेलपमेंट केस के रूपमें 125 एमएम एपीएफएसडीएस यानी आर्मर पियर्सिंग फिन स्टैबिलाइज्ड सबोट गोला बारूद की खरीद को मंजूरी दी है। खरीदे जाने वाले गोला-बारूद में 70 प्रतिशत स्वदेशी सामग्री होगी। रक्षा अधिग्रहण परिषद ने इस बात की भी मंजूरी दी है, जिससे एके 203 और मानव रहित हवाई वाहन उन्नयन की खरीद में तेजी लाने की संभावना है।