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Thursday 27 August 2020 02:54:39 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के 7 नए सर्किलों की घोषणा कर दी है। संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने ट्वीटर पर एक वीडियो संदेश में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर संस्कृति मंत्रालय ने स्व-घोषणा के साथ कलाकृतियों के पंजीकरण के साथ-साथ पुरातात्विक स्मारकों के संरक्षण और पंजीकरण की प्रक्रिया को सुविधाजनक और मजबूत बनाने के लिए यह पहल की है। प्रह्लाद सिंह पटेल ने बताया कि नए सर्किल मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल और गुजरात में बनाए गए हैं, त्रिची, रायगंज, राजकोट, जबलपुर, झांसी और मेरठ नए सर्किल के रूपमें घोषित किए गए हैं।
संस्कृति राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने बताया कि कर्नाटक में हम्पी शहर अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त स्थान है, इसलिए हम्पी मिनी सर्किल को पूर्ण विकसित सर्किल में बदल दिया गया है, इससे पहले देशभर में 29 एएसआई सर्किल थे। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु जैसे बड़े राज्य जिसमें हजारों मंदिर हैं और चोल राजाओं की शानदार यादें हैं, त्रिची को चेन्नई के सर्किल के साथ एक नया सर्किल बनाया गया है। कर्नाटक पवित्रता की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण राज्य है, कर्नाटक में हम्पी शहर पुरातात्विक विरासत के दृष्टिकोण से अंतर्राष्ट्रीय महत्व का स्थान है, इसलिए हम्पी उप-सर्किल को अब एक नया पूर्ण विकसित सर्किल बना दिया गया है।
पश्चिम बंगाल में रायगंज को कोलकाता के साथ एक नया सर्किल बनाया गया है, इससे बंगाल जैसे बड़े राज्य में भौगोलिक असुविधा समाप्त हो जाएगी। गुजरात में वडोदरा के साथ राजकोट को एक नया सर्किल घोषित किया गया है। संस्कृति राज्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रकार मध्य प्रदेश में भोपाल के साथ जबलपुर को एक नया सर्किल घोषित किया गया है, इसमें जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभागों के स्मारकों को शामिल किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि उत्तर प्रदेश में लखनऊ और आगरा के साथ बुंदेलखंड में झांसी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ सहित दो नए सर्किलों की घोषणा की गई है। इन क्षेत्रों का काफी ऐतिहासिक और पुरातात्विक महत्व है।