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Thursday 27 August 2020 03:23:10 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की राष्ट्रीय एकीकरण पर उत्कृष्ट पहल के रूपमें एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को बढ़ावा देने के लिए आईएचएम श्रीनगर और आईएचएम चेन्नई में इस सप्ताह तमिलनाडु, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के आकर्षक लोक नृत्यों पर एक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया गया। आईएचएम चेन्नई के छात्रों और आईएचएम श्रीनगर के 3 छात्रों ने ईबीएसबी के अंतर्गत दोनों राज्यों का लोकनृत्य प्रस्तुत किया। छात्रों ने अपना प्रदर्शन एकांत में किया, इसको रिकॉर्ड किया तथा वीडियो को ऑनलाइन साझा किया। इन प्रदर्शनों को ऑनलाइन मंच के माध्यम से प्रसारित किया गया है, नोडल अधिकारी ने दोनों राज्यों के लोक नृत्यों के महत्व की सराहना करते हुए इनपर एक भाषण भी दिया।
लोकनृत्य आयोजन को छात्रों और दोनों संस्थानों के कर्मचारियों ने भी देखा और सराहा। इन स्थानों के प्रसिद्ध लोक नृत्यों के संदर्भ में एक परिचय भी दिया गया, उदाहरण के लिए कश्मीर की शादियों और मुख्य कार्यक्रमों में कुड, धुमल, रौफ, हफीजा, भांड जश्न जैसे नृत्य किए जाते हैं। इसी प्रकार तमिलनाडु के आदिवासी नृत्यों में कठपुतली नाच के सबसे सरल रूपसे लेकर पोइक्कलकुटिराईअट्टम के नृत्य शामिल हैं, जिसमें कलाकार मयिलअट्टम के लिए मोर जैसी पोशाक पहनते हैं, इक्कलकुटिराई में घोड़े जैसी पोशाक पहनते हैं, कालईआट्टम में एक बैल जैसी पोशाक, पोम्पल में सांप जैसी पोशाक और कराडीअट्टम में एक भालू जैसी पोशाक पहनते हैं।
लोकनृत्य आयोजन में प्रतिभागियों ने सांस्कृतिक विविधता और समृद्धि का सराहनीय प्रदर्शन किया और यह सिद्ध किया कि इन लोकनृत्यों में राष्ट्रीय एकीकरण की शक्ति है, जो भारत की विविधताओं को एकजुट रखती है। यह आयोजन लोकनृत्य की महान प्रशंसाओं और चर्चाओं के साथ समाप्त हुआ। सभी कलाकारों और प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। लोकनृत्य प्रतियोगिता में कुल 192 छात्रों ने हिस्सा लिया। ये सत्र अब यूट्यूब लिंक पर उपलब्ध हैं। ईबीएसबी पोर्टल पर https://youtu.be/_nmxgeju68Ealso और भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय के सभी सोशल मीडिया हैंडल पर भी देखे जा सकते हैं।