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Friday 4 September 2020 01:09:31 PM
नई दिल्ली। भारत सरकार के प्रशासनिक नियंत्रण में आने वाली ऊर्जा मंत्रालय की कंपनी सुपर एनर्जी सर्विस कंपनी (ईईएसएल) टाटा मोटर्स और हुंडई मोटर इंडिया से 250 इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद करेगी। इन कंपनियों का चयन एक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया के माध्यम से किया गया है, जिसका उद्देश्य भागीदारी को बढ़ावा देना था। टाटा मोटर्स लिमिटेड और हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने निविदा में जीत प्राप्त की और अब ये सरकारी उपयोग के लिए क्रमशः 150 नेक्सन इलेक्ट्रिक कॉम्पैक्ट एसयूवी और 100 कोना इलेक्ट्रिक प्रीमियम एसयूवी की आपूर्ति करेंगी। दोनों कंपनियों को खरीद के लिए लेटर ऑफ अवार्ड, टाटा मोटर्स के सीईओ और एमडी गुंटेर बुश्चेक, टाटा मोटर्स के यात्री वाहन व्यापार इकाई के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा और हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के निदेशक-बिक्री, विपणन और सेवा तरुण गर्ग की उपस्थिति में प्रदान किया गया।
इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद में हाल ही में एशियाई विकास बैंक से मिले 5 मिलियन अमरीकी डॉलर अनुदान का उपयोग किया जाएगा। ईईएसएल को एडीबी से डिमांड साइड एनर्जी एफिशिएंसी सेक्टर प्रोजेक्ट्स जैसे उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को बढ़ावा देने और वित्तपोषण करने के लिए वित्तपोषण प्राप्त हुआ है। ईईएसएल के कार्यकारी उपाध्यक्ष सौरभ कुमार ने कहा कि हमारे ई-मोबिलिटी कार्यक्रम में इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ने से तेल आयात पर निर्भरता कम होगी और भारत की बिजली क्षमता में वृद्धि को बढ़ावा मिलेगा। इससे देश की ऊर्जा सुरक्षा में बहुत इजाफा होगा और परिवहन क्षेत्र की ओर से जीएचजी उत्सर्जन में भी कमी आएगी। इसके अलावा हम ईवी चार्जिंग स्टेशनों की तेजी से स्थापना की दिशा में भी काम कर रहे हैं, जो इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री को बढ़ावा देगा और आगे बढ़ाएगा।
हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड के एमडी और सीईओ सीन सेओब किम ने कहा कि हमारा दृष्टिकोण मानवता के लिए प्रगति द्वारा निर्देशित है, हम पर्यावरण के अनुकूल और मानव केंद्रित प्रौद्योगिकियों का विकास कर रहे हैं, जो हमारे ग्राहकों को सबसे अच्छा अनुभव प्रदान करते हैं। उन्होंने कहा कि एक ध्यान रखने वाले और जिम्मेदार ब्रांड के रूपमें स्वच्छ ऊर्जा के लिए सरकार के लक्ष्य के साथ संरेखित होना और इलेक्ट्रिक गतिशीलता के लिए एक चिरस्थायी पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए सभी हितधारकों के साथ सहयोग करना हमारा विशेषाधिकार है। उनका कहना था कि हुंडई स्वच्छ एवं हरित पर्यावरण में योगदान देने वाले भारतीय बाजार के लिए विश्वस्तरीय पर्यावरण अनुकूल उत्पादों और प्रौद्योगिकियों को लाना जारी रखेगा।
टाटा मोटर्स की यात्री वाहन व्यवसाय इकाई के अध्यक्ष शैलेश चंद्रा ने कहा कि देश में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी जोर पकड़ रही है और अपेक्षित भागीदारी का निर्माण करने के लिए इन जैसों की साझेदारी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि हम ईईएसएल के साथ साझेदारी कर रहे हैं और उन्हें सरकारी उपयोग के लिए और ज्यादा ईवीएस प्रदान करने में खुशी महसूस कर रहे हैं, जिससे भविष्य उन्मुख गतिशीलता समाधान के लिए एक आसान और टिकाऊ रूपांतरण सक्षम हो रहा है। तेजी से बढ़ते ईवी सेगमेंट के लीडर के रूपमें टाटा मोटर्स पूरे भारत में अपनी पहुंच और उपयोगिता को लोकप्रिय बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। ईईएसएल आर्थिक विकास और पर्यावरणीय स्थिरता को संतुलित करते हुए प्रौद्योगिकी समाधानों को तेजी से अपनाने की सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से प्रेरित है।
इस विशिष्ट पहल के साथ, ईईएसएल मांग और थोक मात्रा में खरीद को संग्रहित करके अपने अनूठे व्यापार मॉडल के माध्यम से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बाजार बनाना चाहता है। ईईएसएल प्रारंभिक मांग संग्रहण के लिए सरकारी विभागों में मौजूदा वाहनों के प्रतिस्थापन की अपार संभावनाओं का लाभ उठाने की कोशिश कर रहा है। ईईएसएल 14.86 लाख रुपये प्रति टाटा नेक्सन की दर से खरीद करेगा, जोकि 14.99 लाख रुपये की एक्स शोरूम कीमत से 13,000 रुपये सस्ता है, जबकि, हुंडई कोना, जो उच्चश्रेणी प्रदान करता है, को 21.36 लाख रूपये प्रति के दर से, 11 प्रतिशत कम कीमत वाले मूल्य पर और तीन साल की वारंटी के साथ खरीदा जाएगा।
इलेक्ट्रिक वाहन, केंद्र और राज्य सरकारों के पेट्रोल और डीजल वाहनों के मौजूदा बेड़े की जगह लेंगे। ईईएसएल को पहले ही गैर-पारंपरिक ऊर्जा और ग्रामीण प्रौद्योगिकी एजेंसी (एएनईआरटी) केरल द्वारा लंबी दूरी वाली 300 ईवी की आपूर्ति करने का प्रारंभिक चरण वाला ऑर्डर मिल चुका है। ईईएसएल की योजना स्थानीय विनिर्माण सुविधाओं का समर्थन करते हुए ईवी उद्योग के दीर्घकालिक विकास के लिए तकनीकी दक्षता प्राप्त करने और भारतीय ईवी निर्माताओं को प्रमुख वैश्विक खिलाड़ियों के रूपमें उभरने में सक्षम बनाने के लिए, पैमाने की क्षमता का लाभ उठाने और अपने अभिनव व्यवसाय मॉडल के माध्यम से लागत को कम करने की है।