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Tuesday 22 September 2020 02:43:05 PM
नई दिल्ली। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने दुनिया में लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए समयबद्ध, स्वतंत्र, निष्पक्ष और सहभागी चुनावों के संचालन के लिए विभिन्न देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया है। उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति रहे अब्राहम लिंकन के लोकतंत्र पर कथन का उल्लेख करते हुए कहा कि 'लोगों का लोगों द्वारा और लोगों के लिए सरकार' को लोकतंत्र कहा जाता है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने नेल्सन मंडेला के उद्धरण को भी याद किया कि 'साहस डर का दूर होना नहीं, बल्कि उसपर विजय प्राप्त करना है अर्थात बहादुर आदमी वह नहीं है, जिसे डर नहीं लगता, बल्कि वह है जो उस डर पर विजय प्राप्त करता है।'
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कोविड-19 के दौरान चुनाव आयोजित करने की समस्याएं, चुनौतियां एवं प्रोटोकॉल: देश के अनुभवों को साझा करना विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार के समापन सत्र में साझा चुनौतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वेबिनार में चुनाव संचालन से जुड़े अधिकारियों को प्रशिक्षित करने का महत्व स्पष्ट तौरपर उजागर हुआ है। चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने कहा कि कोविड-19 की छाया में चुनाव न केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए, बल्कि मतदाताओं के साथ-साथ मतदान अधिकारियों और ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों की प्रस्तुतियों ने दर्शाया कि चुनाव से पहले, चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद के लिए व्यापक तौरपर आवश्यक तैयारियां की गई हैं। उन्होंने निर्वाचन आयोग के सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में मतदाताओं को प्रभावी तौरपर बताए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी के बावजूद चुनावों के सुचारू संचालन के लिए मतदाताओं को काफी अपेक्षाएं हैं। उन्होंने कहा कि वेबिनार में कोविड-19 के कारण पैदा हुई चुनौतियों के बीच चुनाव कराने के लिए विचारों और अनुभवों को आपस में साझा करने से सभी प्रोटोकॉल के साथ सुरक्षा प्रावधानों और सेवाओं को सुचारु करने में काफी मदद मिलेगी और इससे मौजूदा चुनौतियों के बावजूद लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी। उन्होंने इस वेबिनार में भाग लेने वाले सभी चुनाव निकायों से नागरिकों के राजनीतिक अधिकारों, लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और संस्थानों की रक्षा करने के संकल्प को दोहराने की अपील की। वेबिनार में प्रस्तुति देने वाले देशों में फिजी, कोरिया गणराज्य, मंगोलिया, ताइवान, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और मलावी शामिल हुए। वेबिनार में भाग लेने वाले अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में इंटरनेशनल आइडिया, ए-वेब और आईएफईएस थे। वेबिनार ने प्रतिभागियों को विचारों का आदान-प्रदान करने और कोविड-19 के चुनौतीपूर्ण दौर में चुनाव आयोजित करने संबंधी एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने के लिए शानदार अनुभव प्रदान किया।