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Friday 25 September 2020 02:33:19 PM
नई दिल्ली/ पटना। भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने आज प्रेस कॉंफ्रेंस में भारत में कोरोनाकाल में बिहार में पहले विधानसभा चुनाव की घोषणा कर दी है। बिहार चुनाव तीन चरण में होंगे। पहला चरण 28 अक्टूबर, दूसरा चरण 3 नवंबर, तीसरा चरण 7 नवंबर को होगा और दीपावली से चार दिन पूर्व यानी 10 नवंबर को बिहार के चुनाव परिणाम आ जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि बिहार चुनाव कोरोना सुरक्षा मानकों के अनुसार ही होंगे। उन्होंने बताया कि चुनाव प्रचार सिर्फ वर्चुअल होगा, चुनाव प्रचार ऑनलाइन होगा, नामांकन भी ऑनलाइन होगा, पहले जैसी चुनाव सभाएं नहीं होंगी, दो गज की दूरी से चुनाव प्रचार होगा, पांच से ज्यादा लोग किसी के घर जाकर प्रचार नहीं करेंगे, सभी मास्क लगाएंगे, पीपीई किट और फेस शील्ड का इस्तेमाल होगा, कोरोना के मरीज भी मतदान के अंतिम समय वोट दे सकेंगे। उन्होंने बताया कि इस बार मतदान का समय एक घंटा बढ़ा दिया गया है और प्रत्येक राजनीतिक दल को या निर्दलीय प्रत्याशी को अपने आपराधिक रिकार्ड की जानकारी मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक करनी होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि आज से ही चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी की विविशता को देखते हुए कई विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं, चुनाव आयोग छह लाख पीपीई किट, छह लाख ही फेस शील्ड, छियालिस लाख मास्क और पोलिंग बूथ पर पानी शौचालय और सेनिटाइजर आदि बचाव की व्यवस्था करेगा। उन्होंने बताया कि एक लाख पोलिंग स्टेशन होंगे, और पोलिंग बूथ भी भूतल पर ही होंगे, बूथ स्तर पर थर्मल स्कैनर लगेंगे। उन्होंने बताया कि इवीएम और वीवीपीएटी भी बढ़ाए गए हैं, 1.89 लाख बैलेट यूनिट होंगी, इलेक्ट्रॉनिक वोटिग मशीन का बटन दबाने के लिए मतदाताओं को ग्लब्स उपलब्ध कराए जाएंगे। 1.89 कोरोना संक्रमित या क्वारंटाइन लोग वोटिंग के आखिरी वक्त में मतदान करेंगे। एक पोलिंग बूथ पर सिर्फ 1000 मतदाता ही वोट करेंगे।
सीईसी सुनील अरोड़ा ने मीडिया से कहा कि चुनाव जनता का लोकतांत्रिक अधिकार है और बिहार में कोरोनाकाल में यह पहला चुनाव होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर कुछ सवाल उठ रहे थे, लेकिन आज हम देश के बड़े राज्यों में से एक बिहार के लिए चुनाव की तारीखों की घोषणा कर रहे हैं। बिहार विधानसभा का कार्यकाल 29 नवंबर को खत्म हो रहा है। बिहार में कुल 243 विधानसभा क्षेत्र हैं और सभी पर चुनाव होना है। वर्ष 2015 के चुनाव नतीजों पर गौर करें तो यहां आरजेडी 80, जेडीयू 71, भाजपा 53, कांग्रेस 27 और अन्य ने 10 सीट जीती थी। बिहार में मतदाताओं की संख्या 7.2 करोड़ है, 3.79 पुरुष और 3.39 महिला मतदाता। सुबह 7 बजे से शाम के 6 बजे तक वोटिंग होगी। संक्रमित या 80 साल से ऊपर के मतदाताओं के लिए पोस्टल बैलट की सुविधा रहेगी।
बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार देखना होगा कि बिहार की जनता इन राजनीतिक दलों के लिए क्या जनादेश देती है। इस चुनाव के मुद्दे भी इस बार यूं तो जातिवाद के ही इर्दगिर्द हैं तथापि एक मुद्दा फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की हत्या या आत्महत्या का भी होगा, जिसमें खास बात यह देखने को मिलेगी कि फिल्म जगत के लोगों का समर्थन लेने के लिए राजनीतिक दलों को बड़ी सावधानी से और दस बार सोचना होगा, क्योंकि इस समय बॉलीवुड की छवि जनसामान्य में ध्वस्त हो गई है। आरजेडी के नेता लालू प्रसाद यादव जेल में हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बार भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए का मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं। देखना होगा कि कोरोना सीएबी किसान सुधार कानून को लेकर बिहार की जनता के मन में क्या रहा।