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Saturday 3 October 2020 12:46:25 PM
नागपुर/ नई दिल्ली। सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नितिन गडकरी ने गांधी जयंती पर अपने संसदीय क्षेत्र नागपुर में दिव्यांगों को आत्मनिर्भर भारत अभियान के साथ जोड़ने की एक शानदार पहल खादी की मोबाइल बिक्री इकाइयों के वितरण अभियान की शुरुआत की है। नितिन गडकरी ने वीडियो कॉंफ्रेंसिंग से दिव्यांगों को ई-रिक्शा वितरित किए। ये लाभार्थी खादी के विभिन्न उत्पादों जैसे खादी के कपड़े, रेडीमेड कपड़े, खाद्य पदार्थ, खाद्य मसाले और अन्य स्थानीय स्तरपर बने उत्पादों को पास के गांवों में बेच सकेंगे। अगले कुछ दिन में 5 अन्य खादी बेचने वाली मोबाइल इकाइयों का वितरण किया जाएगा।
नितिन गडकरी ने खादी विकास ग्रामोद्योग आयोग की पहल की सराहना करते हुए कहा कि इससे दिव्यांगों को आजीविका के स्थायी अवसर प्राप्त होंगे, साथ ही इससे खादी की बिक्री बढ़ेगी और खादी कारीगरों को खादी उत्पादों का अधिक उत्पादन करने का अवसर भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि भारत के हर जिले में दिव्यांगों को कम से कम 500 ऐसी मोबाइल बिक्री इकाइयों को वितरित करने का प्रयास किया जाएगा। नितिन गडकरी ने कहा कि देश में केवीआईसी की यह अपनी तरह की पहली पहल है, इन मोबाइल बिक्री इकाइयों के साथ दिव्यांग सम्मानजनक और स्थायी आजीविका कमाने में सक्षम होंगे और जब ये लोग खादी उत्पादों को बेचने के लिए विभिन्न गांवों में जाएंगे तो इससे एक बड़ी आबादी तक खादी की भी पहुंच बढ़ेगी। गांधी जयंती पर खादी रेशम के कारीगरों के लिए स्थानीय रोज़गार पैदा करने की भी पहल शुरु की गई है।
एमएसएमई राज्यमंत्री प्रतापचंद्र षडंगी ने ओडिशा के चौद्वार में रेशम उत्पादन सह प्रशिक्षण केंद्र की नींव रखी, यह राज्य में पहली ऐसी इकाई है, जो उच्च गुणवत्ता वाले टसर सिल्क धागे का उत्पादन करेगी। एमएसएमई राज्यमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि ओडिशा उच्च गुणवत्ता वाले रेशम के उत्पादन के लिए जाना जाता है, हालांकि स्थानीय रेशम उत्पादन और प्रशिक्षण केंद्र के लिए कच्चे माल की आपूर्ति बाहर से की जाती थी। उन्होंने कहा कि यह न केवल हमारे कारीगरों को प्रशिक्षित करने में मददगार होगा, बल्कि टिकाऊ रोज़गार भी पैदा करेगा। केवीआईसी के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना ने कहा कि रेशम उत्पादन सह प्रशिक्षण इकाई राज्य में रेशम गतिविधियों को अधिक बढ़ावा प्रदान करेगी।