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Tuesday 6 October 2020 01:49:28 PM
भुवनेश्वर। भारत की पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली सुपरसोनिक मिसाइल असिस्टेंट रिलीज ऑफ टॉरपीडो यानी एसएमएआरटी का ओडिशा तट से कुछ दूर व्हीलर द्वीप से सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया। इसमें रेंज और ऊंचाई तक मिसाइल की उड़ान, आगे शंकु के आकार के नुकीले भाग का पृथक्करण, टारपीडो का अलग होना और वेग न्यूनीकरण तंत्र की तैनाती सहित सभी मिशन उद्देश्यों का पूरी तरह से पालन किया गया। परीक्षण के समय समुद्र तट से ट्रैकिंग स्टेशन रडार, इलेक्ट्रोऑप्टिकल सिस्टम और डाउन रेंज जहाजों सहित दूरमापी स्टेशनों ने इसकी निगरानी की।
एसएमआरटीए टॉरपीडो रेंज से परे एक मिसाइल पनडुब्बी रोधी ऑपरेशन के लिए हल्के एंटी-सबमरीन टॉरपीडो सिस्टम की एक मिसाइल असिस्टेड रिलीज है। डीआरडीएल, आरसीआई हैदराबाद, एडीआरडीई आगरा, एनएसटीएल विशाखापत्तनम और कई डीआरडीओ प्रयोगशालाओं ने एसएमएआरटी केलिए आवश्यक तकनीकों का विकास किया है। इस अवसर पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए डीआरडीओ के वैज्ञानिकों को बधाई दी है। डीडी आरएंडडी के सचिव और डीआरडीओ के अध्यक्ष जी सतीश रेड्डी ने कहा कि एसएमएआरटी पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमता को और ज्यादा मजबूत एवं सुदृढ़ करने के लिए महत्वपूर्ण तकनीक है।