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Friday 9 October 2020 04:19:46 PM
नई दिल्ली। ओलंपिक खेलों के संभावित महत्वपूर्ण ग्रुप के निशानेबाज़ों के लिए नई दिल्ली में डॉ कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में 15 अक्टूबर से 14 दिसंबर तक दो महीने का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जाएगा। निशानेबाज़ी शिविर में 32 निशानेबाज़ होंगे, जिनमें 18 पुरुष और 14 महिलाएं, 8 प्रशिक्षक, 3 विदेशी प्रशिक्षक और दो सहायक कर्मचारी शामिल रहेंगे। ओलंपिक कोटा स्थान विजेता सभी 15 निशानेबाज़ शिविर में भाग लेंगे। इस प्रशिक्षण शिविर पर कुल 1.43 करोड़ रुपये की लागत आएगी। भारतीय खेल प्राधिकरण ने कहा है कि ओलंपिक जैसे आयोजन की तैयारी का अभिन्न अंग होने के कारण एक प्रशिक्षण शिविर का होना अनिवार्य है और प्रशिक्षण शिविर साई के मानक संचालन प्रक्रिया के निर्देशों के साथ आयोजित किया जाएगा।
विश्व निशानेबाज़ी चैंपियनशिप-2018 में रजत पदक जीतकर टोक्यो ओलंपिक खेलों का कोटा स्थान अर्जित करने वाली राइफल शूटर अंजुम मौदगिल का कहना है कि वे एक शिविर के माहौल में वापस आकर बहुत खुश हैं, इस शिविर से उन्हें यह जानने में मदद मिलेगी कि वह इस समय अपने खेल में किस स्तर पर खड़ी हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छा है कि साई और भारतीय राष्ट्रीय रायफ़ल संघ-एनआरएआई के शिविर से हमें ज़रूरी अभ्यास करने में काफी मदद मिलेगी, क्योंकि ओलंपिक खेलों के लिए अब केवल 10 महीने का समय ही बचा है। उन्होंने कहा कि कैंप के माहौल में नियमित रूपसे निशानेबाज़ी का अभ्यास करने से हमें यह जानने का एक बेहतर मौका मिलेगा कि हम वर्तमान में अपने खेल के किस स्तर पर हैं।
कोरोनो महामारी के दौरान निशानेबाज़ अपने होम रेंज पर ही अभ्यास कर रहे हैं और लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ओलंपिक संभावित विशिष्ट समूह के लिए यह पहला पूर्ण शिविर होगा। राष्ट्रीय टीम के प्रशिक्षक शिविर में निशानेबाजों की प्रगति की निगरानी करेंगे और एथलीटों को उनकी ओलंपिक तैयारियों में मदद करेंगे। पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी दिव्यांश सिंह पंवार राष्ट्रीय प्रशिक्षकों के साथ शिविर में वापस लौटने के लिए बेहद उत्सुक हैं। उन्होंने कहा कि मैं लॉकडाउन के समय से ही प्रशिक्षण ले रहा हूं, लेकिन सभी साथी निशानेबाज़ों के साथ शिविर में प्रशिक्षण बहुत कारगर साबित होगा। उन्होंने कहा कि हमारी प्रगति की निगरानी करने वाले राष्ट्रीय प्रशिक्षकों के साथ बेहतर तैयारी के लिए मैं इस शिविर का इंतजार कर रहा हूं।
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने शिविर के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि हमारे निशानेबाज़ लॉकडाउन में घर पर प्रशिक्षण लेते रहे हैं, लेकिन एक शिविर में एक साथ प्रशिक्षण देने से उन्हें बहुत मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमें बहुत खुशी है कि साई ने इस दो महीने के प्रशिक्षण शिविर को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि यह शिविर ओलंपिक के संभावित निशानेबाज़ों के लिए लॉकडाउन की घोषणा से पहले उनके प्रदर्शन स्तर को दोबारा प्राप्त करने में मदद करेगा। गौरतलब है कि भारत ने टोक्यो ओलंपिक खेलों के लिए निशानेबाज़ी में अबतक रिकॉर्ड 15 कोटा स्थान जीते हैं और विश्व रैंकिंग के आधार पर भारत को और अधिक कोटा स्थान प्राप्त हो सकते हैं।