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Saturday 10 October 2020 01:03:04 PM
लेह। भारतीय वायुसेना ने सौहार्द, टीम भावना, शारीरिक एवं मानसिक साहस के गुणों से हमेशा से ही अपने कर्मियों के लिए साहसिक गतिविधियों को बढ़ावा दिया है, वायुसेना दिवस पर स्काईडाइव लैंडिंग में इस सच्चाई का सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन देखने को मिला। भारतीय वायुसेना के वायु योद्धाओं ने साहसिक गतिविधियों से प्रेरित होकर जमीनी स्तर पर अपनी क्षमता निर्माण और संवर्धन की दिशा में 8 अक्टूबर को वायुसेना की 88वीं वर्षगांठ मनाई। इस अवसर पर वायुसेना ने खारदुंगला दर्रा लेह में अपना रिकॉर्ड तोड़ते हुए 17,982 फीट की ऊंचाई पर एक उच्चतम स्काईडाइव लैंडिंग का एक नया रिकॉर्ड बनाया, जिसमें विंग कमांडर गजनाद यादव और वारंट ऑफिसर एके तिवारी ने सी-130जे विमान से सफल स्काईडाइविंग लैंडिंग की।
लेह के निम्न वायु घनत्व, उबड़-खाबड़ एवं पहाड़ी इलाकों में ऑक्सीजन की कम उपलब्धता होती है, जिस कारण इतनी ऊंचाई पर सफलतापूर्वक उतरना बहुत बड़ी चुनौती होती है, लेकिन वायु योद्धाओं ने इन प्रतिकूल परिस्थितियों पर काबू पाते हुए अपने उत्कृष्ट कला कौशल, धैर्य और दृढ़ संकल्प का सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन किया एवं एक और नया रिकॉर्ड स्थापित करने में सफलता प्राप्त की। वायुसेना की यह एक अनूठी उपलब्धि है, जो उसके सामने विषम चुनौतियों के बावजूद नई ऊंचाइयां प्राप्त करने की उसकी उत्कृष्ट क्षमता और निश्चय का प्रदर्शन करती है। वायुसेना देश के सामने विश्वासपूर्वक यह दर्शाती है कि उसके साहसिक अभियान, अखंडता और उत्कृष्टता के प्रति उसके आदर्श वाक्य के संदर्भ में उसकी प्रतिबद्धता लगातार बनी हुई है।