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Thursday 12 November 2020 01:36:22 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने जब्त किए गए प्राचीन एवं मध्यकाल के पुरावशेष और सिक्के केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल को सौंपे। जब्त किए गए कुल 40,282 सिक्कों में से कुछ 1206 से 1720 ईस्वी अवधि के मुगलकाल, कुषाण, यौधेय, गुप्त, प्रतिहार, चोल, राजपूत, मुगल, मराठा, कश्मीर जैसी रियासतों के हैं और कुछ ब्रिटिश भारत, फ़्रांसिसी और 1800-1900 ईस्वी अवधि के आस्ट्रेलियाई सिक्के हैं। सौंपे गए जब्त सामान में शासक के प्राधिकार से शाही आदेश को अमल करने वाले व्यक्ति द्वारा पहनी जानी वाली 18 प्राचीन मुद्राएं, मुहरें, धार्मिक प्रतीक और शाही एवं संपन्न परिवार की महिलाओं द्वारा पहना जाने वाला 1 चांदी का कमरबंद भी शामिल है।
गौरतलब है कि दिल्ली एयरपोर्ट पर 21 जून 1994 को एक मामला दर्ज किया गया था। इसमें सीमा शुल्क विभाग ने हांगकांग की यात्रा कर रहे दो विदेशी नागरिकों को रोका था और उनके पास से इन प्राचीन सिक्कों, तांबे की मुद्राओं, मुहरों, चांदी के कमरबंद और अन्य पुरावशेषों का एक हिस्सा जब्त किया था। तलाशी पर शहर में एक मकान से शेष सोने के सिक्के और सामान को जब्त किया गया था। कानूनी प्रक्रिया पूरी होने के बाद भारतीय सीमा शुल्क विभाग ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण से जब्त पुरावशेषों के मूल्य का पता लगाने का अनुरोध किया और इन वस्तुओं के मूल्य का आंकलन करने के लिए एक समिति का गठन किया गया।
आंकलन समिति ने जनवरी एवं जून 2020 में अपनी रिपोर्ट पेश की और 40,301 प्राचीन वस्तुओं का मूल्य 63.90 करोड़ रुपये आंका गया। इसके बाद सीबीआईसी के जारी डिस्पोजल मैनुअल 2019 के पैरा 17.9 के अनुरूप विभाग ने इन जब्त वस्तुओं को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को सौंपा दिया। इस दौरान केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट कार्य राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, वित्त सचिव डॉ अजय भूषण पांडे, सीबीआईसी के अध्यक्ष एम अजीत कुमार, बोर्ड के सदस्य, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड, संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।