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Tuesday 24 November 2020 03:33:25 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि महामारी के दौर में जब परिस्थितियां विकास के प्रतिकूल हैं, तब भी सुधारों की गति जारी रही है और भविष्य में भी जारी रहेगी। वित्तमंत्री भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के वर्चुअल रूपसे आयोजित राष्ट्रीय बहुराष्ट्रीय कंपनी सम्मेलन-2020 को सम्बोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा कि वित्तीय क्षेत्र के व्यवसायीकरण और विनिवेश पर जोर जैसे सुधारों की तीव्र गति को बनाए रखने के लिए कई उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि सभी उद्यम, बहुराष्ट्रीय कंपनियां और भारतीय इंक, बड़े, मध्यम और लघु उद्यम व्यवसाय में बदलाव की कवायद का सामना कर रहे हैं और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि भारत को निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बनाने के लिए नीतियां सही हों।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के दायरे में सरकार के घोषित सुधारों ने नाभिकीय ऊर्जा और अंतरिक्ष जैसे विशिष्ट क्षेत्रों सहित कई सेक्टर विदेशी निवेशकों की भागीदारी के लिए खोले हैं, इसके अतिरिक्त इस पैकेज के बुनियादी सिद्धांत का उद्देश्य विश्व से भारत को अलग करना नहीं, बल्कि घरेलू प्रतिस्पर्धा को सुधार करके उसे वैश्विक मूल्य श्रृंखला का अभिन्न हिस्सा बनाना है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत से बाहर संचालित बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए सुविधापूर्ण वातावरण सुनिश्चित करने की दिशा में भी सरकार सभी उपाय कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बहुराष्ट्रीय कंपनियों की चिंताओं के संबंध में स्वयं उनसे संवाद कर रहे हैं और सुधारों व करों की दरों में कमी से उत्साहित होकर कई सॉवरेन फंड ने सरकार से उसकी राष्ट्रीय अधोसंरचना पाइपलाइन में भागीदारी करने में दिलचस्पी जाहिर की है।
वित्तमंत्री ने कहा कि सरकार छह प्रदेशों में औषधि क्षेत्र, मेडिकल उपकरणों और एपीआई के उत्पादन और विनिर्माण के लिए समर्पित विशेष विनिर्माण जोन स्थापित करना सुनिश्चित कर रही है, प्रभावी एकीकृत एकल खिड़की प्रणाली इन जोनों का हिस्सा हैं। वित्तमंत्री ने कहा कि कोरोना संकट में भी मोदी सरकार ने बड़े सुधारों का मौका नहीं गंवाया और सुधारों की गति बनी रही और जारी रहेगी। एमएनसी पर सीआईआई की राष्ट्रीय समिति के अध्यक्ष सौमित्र भट्टाचार्य ने कहा कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने तीव्रगति के सुधारों को स्वीकार किया है, जोकि वर्तमान आर्थिक वातावरण की नियमित विशिष्टता बन गए हैं। कोविड के बाद की दुनिया में वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में संरचनात्मक बदलावों को देखते हुए सुधारों को जारी रहना चाहिए, जोकि अनेक विदेशी कंपनियों को अपनी इकाइयां भारत स्थानांतरित करने के लिए आकर्षित कर रहे हैं।
सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए सुदृढ़ और गतिवान माहौल निर्मित करने के लिए सरकार के सुधारों को रेखांकित किया। उन्होंने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के आकार के आधार पर स्लैब आधारित प्रोत्साहनों की पेशकश करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि सीआईआई भारत को विदेशी निवेशकों के लिए और अधिक आकर्षक गंतव्य बनाने में सरकार को पूरा समर्थन जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध है।