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आगरा की अब 21वीं सदी से कदमताल-पीएम

'अब मेट्रो रेल नेटवर्क के मामले में भारत आत्मनिर्भर हो रहा है'

'पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भूमि और किसानों में अपार सामर्थ्य'

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Monday 7 December 2020 05:03:39 PM

narendra modi inaugurates the construction work of agra metro project via video conferencing

आगरा/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आगरा के पास उसकी बहुत पुरातन पहचान तो हमेशा रही है, लेकिन अब इसमें आगरा मेट्रो के रूपमें आधुनिकता का नया अध्याय जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि सैकड़ों वर्ष का इतिहास संजोए आगरा शहर अब 21वीं सदी के साथ कदमताल मिलाने के लिए तैयार हो रहा है। गौरतलब है कि आगरा के विकास के लिए यहां स्मार्ट सुविधाएं विकसित करने के लिए लगभग 1 हज़ार करोड़ रुपए की परियोजनाएं संचालित हैं, आगरा मेट्रो से यहां का विकास और तेजी से आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल यहां कमांड एवं कंट्रोल सेंटर का शिलान्यास किया था, वह भी बनकर तैयार हो चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें यह जानकर बड़ी खुशी हुई कि कोरोना के समय में ये सेंटर बहुत उपयोगी सिद्ध हुआ है और अब 8 हज़ार करोड़ रुपए से अधिक का ये मेट्रो प्रोजेक्ट आगरा में स्मार्ट सुविधाओं के निर्माण से जुड़े मिशन को और मजबूत करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअल माध्यम से आगरा के मेट्रो प्रोजेक्ट को शुरु करते हुए कहा कि बीते छह साल में यूपी के साथ ही पूरे देश में जिस स्पीड और स्केल पर मेट्रो नेटवर्क पर काम हुआ है, वही सरकार की पहचान और प्रतिबद्धता दोनों को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि 2014 तक देश में लगभग 215 किलोमीटर मेट्रो लाईन ऑपरेशनल हुई थीं, उसके बाद के 6 वर्ष में देश में 450 किलोमीटर से ज्यादा मेट्रो लाईन देशभर में ऑपरेशनल है और लगभग 1000 मेट्रो लाईन पर तेज गति से काम भी चल रहा है, इस प्रकार आज देश के 27 शहरों में मेट्रो का काम या तो पूरा हो चुका है या फिर काम अलग-अलग चरणो में है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यूपी की ही बात करें तो आगरा मेट्रो सुविधा से जुड़ने वाला ये यूपी का सातवां शहर है और इनके बीच एक और बात बहुत विशेष है, वह यह है कि देश में सिर्फ मेट्रो रेल नेटवर्क ही नही बन रहे हैं, बल्कि मेक इन इंडिया के तहत आज मेट्रो कोच भी भारत में ही बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि यही नहीं जो सिग्लन सिस्टम है उसका भी पूरी तरह से भारत में ही निर्माण हो, इस पर भी काम चल रहा है, यानि अब मेट्रो नेटवर्क के मामले में भी भारत आत्मनिर्भर हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज के नए भारत के सपने उतने ही बड़े हैं, उतने ही विराट हैं, लेकिन सिर्फ सपने देखने से काम नहीं चलता, सपनों को साहस के साथ पूरा भी करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जब आप साहस और समर्पण के साथ आगे बढ़ते हैं तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती, भारत का सामान्य युवा, भारत के छोटे शहर आज यही साहस दिखा रहे हैं, यही समर्पण दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 20वीं सदी में जो भूमिका देश के मेट्रो शहरों ने निभाई है, उसी भूमिका को विस्तार देने का काम अब आगरा जैसा छोटा शहर कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि छोटे शहरों को आत्मनिर्भर भारत की धुरी बनाने के लिए ही विकास पर बहुत ज्यादा जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इन शहरों में तो हर वो चीज है, जो आत्मनिर्भरता के लिए हमें चाहिए, यहां की भूमि यहां के किसानों में अपार सामर्थ्य है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पशुधन के मामले में भी ये क्षेत्र देश में अग्रणी है, ऐसे में यहां डेयरी और फूड प्रोसेसिंग से जुड़े उद्योग के लिए बहुत संभावनाएं हैं, इसके अलावा ये क्षेत्र सर्विस सेक्टर और मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में भी आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आधुनिक सुविधाएं मिलने से आधुनिक कनेक्टिविटी मिलने से पश्चिमी यूपी का ये सामर्थ्य और बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि देश का पहला रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम मेरठ से दिल्ली के बीच बन रहा है, दिल्ली-मेरठ के बीच 14 लेन का एक्सप्रेस-वे भी जल्द ही इस क्षेत्र के लोगों को सेवा देने लगेगा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अनेक जिलों को जोड़ने वाले गंगा एक्सप्रेसवे को योगीजी की सरकार पहले ही स्वीकृति दे चुकी है, यही नहीं यूपी में दर्जनों एयरपोर्ट्स को रीजनल कनेक्टिविटी के लिए तैयार किया जा रहा है, इसमें भी अधिकतर एयरपोर्ट्स पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि ग्रेटर नोएडा के ज़ेवर में विश्व स्तरीय ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट से तो इस पूरे क्षेत्र की प्रगति की पहचान पूरी तरह बदलने वाली है। उन्होंने कहा कि देश के इंफ्रा सेक्टर की एक बहुत बड़ी दिक्कत हमेशा से ये रही थी कि नए प्रोजेक्ट्स की घोषणा तो हो जाती थी, लेकिन इसके लिए पैसा कहां से आएगा, इस पर बहुत ध्यान नहीं दिया जाता था, इस वजह से प्रोजेक्ट्स बरसों तक लटके रहते थे, उनमें काम की रफ्तार बहुत धीमी होती थी, नाममात्र का काम होता था, हमारी सरकार ने नई परियोजनाओं की शुरुआत करने के साथ ही उसके लिए आवश्यक धनराशि के इंतजाम पर भी उतना ही ध्यान दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश में कनेक्टिविटी और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर पर जितना खर्च किया जा रहा है, उतना पहले कभी नहीं किया गया, अब नेशनल इंफ्रास्ट्रक्चर पाइपलाइन प्रोजेक्ट के तहत 100 लाख करोड़ रुपए से अधिक खर्च करने की भी तैयारी है। उन्होंने कहा कि मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी इन्फ्रास्ट्रक्चर मास्टर प्लान पर भी काम किया जा रहा है, कोशिश ये है कि देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए पूरी दुनिया से निवेश को आकर्षित किया जाए। उन्होंने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर और रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में इन्वेस्ट में विदेशी निवेश को आसान बनाने के लिए भी हर ज़रूरी कदम उठाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, बेहतर कनेक्टिविटी का सबसे अधिक लाभ टूरिज्म सेक्टर को होता है औरमेरा ये हमेशा से मत रहा है कि टूरिज्म एक ऐसा सेक्टर है, जिसमें हर किसी के लिए कमाई के साधन हैं, कम से कम निवेश में अधिक से अधिक आमदनी टूरिज्म के माध्यम से संभव है, इसी सोच के साथ देश लोकल टूरिज्म के लिए वोकल हो, इसके लिए अनेक स्तरों पर काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि ताजमहल जैसी धरोहरों के आसपास आधुनिक सुविधाएं विकसित करने के साथ ही टूरिस्टों के लिए यात्रा सुविधाएं भी बढ़ाई जा रही हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार ने न सिर्फ ई-वीजा योजना में शामिल देशों की संख्या में काफी वृद्धि की है, इसके साथ ही होटल रूम के टैक्स को भी काफी कम किया गया है, स्वदेश दर्शन और प्रसाद जैसी योजनाओं के माध्यम से भी टूरिस्टों को आकर्षित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के प्रयासों से भारत अब यात्रा और पर्यटन प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक में 34वें नंबर पर आ गया है, जबकि 2013 में भारत इसी इंडेक्स में 65वें नंबर पर रुका पड़ा था, भारत में 2013 के बाद से इतनी तेज प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि जैसे-जैसे कोरोना की स्थिति सुधरती जा रही है, वैसे ही बहुत जल्द ही टूरिज्म सेक्टर की रौनक भी फिर से लौट आएगी।प्रधानमंत्री ने कहा कि नई सुविधाओं के लिए नई व्यवस्थाओं के लिए रिफॉर्म्स बहुत ज़रूरी हैं और हम पिछली शताब्दी के कानून से अगली शताब्दी का निर्माण नहीं कर सकते। उन्होंने कहा कि जो कानून पिछली शताब्दी में बहुत उपयोगी हुए वो अगली शताब्दी के लिए बोझ बन जाते हैं और इसलिए रिफॉर्म की लगातार प्रक्रिया चलती आ रही है। उन्होंने कहा कि लोग आज अक्सर सवाल करते हैं कि पहले की तुलना में अब हो रहे रिफॉर्म्स ज्यादा बेहतर तरीके से काम क्यों करते हैं?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इसका कारण बहुत ही सीधा है, पहले रिफॉर्म्स टुकड़ों में होते थे, कुछ सेक्टरों, कुछ विभागों को ध्यान में रखते हुए होते थे, अब एक संपूर्णता की सोच से रिफॉर्म्स किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शहरों के विकास के लिए हमने 4 स्तरों पर काम किया है, जिनमें लक्ष्य है कि बीते समय से चली आ रही समस्याओं का समाधान हो, जीवन ज्यादा से ज्यादा सुगम हो, ज्यादा से ज्यादा निवेश हो और शहरों की व्यवस्थाओं में आधुनिक टेक्नॉलॉजी का उपयोग अधिक हो। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले रियल एस्टेट सेक्टर की क्या स्थिति थी इससे भी हम भलीभांति परिचित हैं, घर बनाने वालों और घर खरीदारों के बीच भरोसे की एक खाई आ चुकी थी, कुछ गलत नीयत वाले लोगों ने पूरे रियल एस्टेट को बदनाम करके रखा था, हमारे मध्यम वर्ग को परेशान करके रखा था, इस परेशानी को दूर करने के लिए रेरा कानून लाया गया। उन्होंने कहा कि हाल में कुछ रिपोर्ट्स जो आई हैं वो बताती हैं कि इस कानून के बाद मिडिल क्लास के घर तेज़ी से पूरे होने शुरु हुए हैं, ऐसे ही शहरों में एक और बड़ी समस्या है, बड़ी संख्या में खाली पड़े घरों की और ये तब है जब बड़ी आबादी को किराए पर घर मिलने में भी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि इस समस्या को दूर करने के लिए भी एक मॉडल कानून बनाकर राज्यों को दिया जा चुका है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आगरा से ही प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत हुई थी, इस योजना के तहत शहरी गरीबों के लिए 1 करोड़ से ज्यादा घर स्वीकृत हो चुके हैं, शहर के मध्यम वर्ग के लिए भी पहली बार घर खरीदने के लिए मदद दी जा रही है, अब तक साढ़े 12 लाख से ज्यादा शहरी मध्यम वर्गीय परिवारों को भी घर खरीदने के लिए लगभग 28 हज़ार करोड़ रुपए की मदद दी जा चुकी है। उन्होंने कहा कि शहरों का जीवन आसान बनाने के लिए आधुनिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट से लेकर हाउसिंग तक चौतरफा काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि अमृत मिशन के तहत देश के सैकड़ों शहरों में पानी, सीवर जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर को अपग्रेड किया जा रहा है। आधुनिक व्यवस्था, वेस्टेज मैनेजमेंट को प्राथमिकता देने के लिए स्थानीय निकायों को मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आज शहरी गरीब को मुफ्त इलाज मिल रहा है और मध्यम वर्ग को सस्ती दवाएं मिल रही हैं, सस्ती सर्जरी उपलब्ध कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की कोशिशों से बिजली से लेकर मोबाइल फोन तक पर खर्च बहुत कम हुआ है, एजुकेशन लोन से लेकर होमलोन तक ब्याज़ की दरें कम की गई हैं, ये भी पहली बार हुआ है जब रेहड़ी, ठेले, फेरी वाले छोटे उद्यमियों को बैंकों से सस्ता ऋण उपलब्ध कराया गया है, यही तो सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास है। नरेंद्र मोदी ने कहा कि रिफॉर्म्स पर हर रोज़ दूर-सुदूर से अनेक चिट्ठियां मुझे मिल रही हैं, मीडिया के माध्यम से बहनों-बेटियों की भावनाएं मुझ तक पहुंच रही हैं, माताओं-बहनों के इसी आशीर्वाद से मैं वाकई भावविभोर हूं।
नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश की बहनों-बेटियों, देश के युवाओं, देश के किसानों, देश के श्रमिकों, कर्मचारियों, व्यापारियों का विश्वास बीते हर चुनाव में दिख रहा है, यूपी सहित देश के कोने-कोने में चुनाव के नतीजों में ये विश्वास झलक रहा है। उन्होंने उल्लेख किया कि तेलंगाना में, हैदराबाद में गरीब और मध्यम वर्ग ने सरकार के प्रयासों को अभूतपूर्व आशीर्वाद दिया है। उन्होंने कहा कि आपका साथ और समर्थन ही मेरी प्रेरणाशक्ति है, देशवासियों की छोटी से छोटी खुशी मुझे नए नए काम करने की हिम्मत देती है। उन्होंने कहा कि एक बात मैं जरूर याद कराऊंगा, कोरोना के टीके का इंतजार है और पिछले दिनों में जब वैज्ञानिकों से मिला तो अब कोई ज्यादा देर होगी ऐसा नही लगता है, लेकिन संक्रमण के बचाव को लेकर हमारी सावधानी में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मास्क दो गज़ की दूरी ये बहुत ज़रूरी है। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, यूपी सरकार में मंत्री चौधरी उदयभान सिंह, डॉ डीएस धर्मेश, सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल, राजकुमार चाहर, हरिद्वार दुबे और जनप्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शामिल हुए।

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