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Saturday 19 December 2020 05:28:22 PM
नई दिल्ली। भारतीय पैनोरमा ने 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2020 के लिए भारतीय पैनोरमा फिल्मों के चयन की घोषणा कर दी है। चयनित फिल्मों को गोवा में 16 से 24 जनवरी 2021 तक होने वाले फिल्म महोत्सव के दौरान सभी पंजीकृत प्रतिनिधियों और चयनित फिल्मों के प्रतिनिधियों के लिए बड़े पर्दे पर प्रदर्शित किया जाएगा। करीब 183 समकालीन भारतीय फिल्मों के एक विस्तृत पूल से चयनित फिल्मों का यह संग्रह भारतीय फिल्म उद्योग की जीवंतता और विविधता को दर्शाता है। प्रख्यात निर्णायक समिति के पैनल में शामिल प्रख्यात गणमान्यों ने फीचर और नॉन-फीचर दोनों श्रेणियों में भारतीय पैनोरमा फिल्मों के चयन में अपनी व्यक्तिगत विशेषज्ञता का उपयोग किया और समान सहमति बनाने में अपना योगदान दिया।
बारह सदस्य वाली फीचर फिल्म जूरी की अध्यक्षता जाने-माने फिल्म निर्माता, पटकथा लेखक और निर्माता जॉन मैथ्यू मैथन ने की है। फ़ीचर जूरी में शामिल सदस्य एक ओर व्यक्तिगत रूपसे विभिन्न नामचीन फिल्मों, फिल्म संस्थाओं और व्यवसायों का प्रतिनिधित्व करते हैं, जबकि सामूहिक रूपसे विविध भारतीय फिल्म निर्मात बिरादरी का प्रतिनिधित्व करते हैं। जूरी सदस्यों में डोमिनिक संगमा फिल्म निर्माता और पटकथा लेखक, जादुमोनी दत्ता फिल्म निर्माता पटकथा लेखक और प्रोड्यूसर, कला मास्टर कोरियोग्राफर, कुमार सोहोनी फिल्म निर्माता और लेखक, रमा विज अभिनेता और प्रोड्यूसर, राममूर्ति बी फिल्म निर्माता, संघमित्रा चौधरी फिल्म निर्माता और पत्रकार, संजय पूरन सिंह चौहान फिल्म निर्माता, सतिंदर मोहन फिल्म समीक्षक और पत्रकार, सुधाकर वसंत फिल्म निर्माता और प्रोड्यूसर, टी प्रसन्ना कुमार फिल्म प्रोड्यूसर और यू राधाकृष्णन पूर्व सचिव एफएफएसआई शामिल हैं।
भारतीय पैनोरमा फीचर फिल्म जूरी ने 20 फीचर फिल्मों का चयन किया है। भारतीय पैनोरमा 2020 की ओपनिंग फीचर फिल्म के लिए जूरी की पसंद तुषार हीरानंदानी निर्देशित फिल्म सांड की आँख (हिंदी) है। फिल्म फैडरेशन ऑफ इंडिया और प्रोड्यूसर्स गिल्ड की सिफारिशों के आधार पर डीएफएफ की एक आंतरिक समिति ने 51वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव 2020 की भारतीय पैनोरमा धारा के अंतर्गत तीन मुख्यधारा की फिल्मों का भी चयन किया है। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के भारतीय पैनोरमा में प्रतिष्ठित जूरी सदस्यों द्वारा चुनी गई गैर-फीचर फिल्मों में सामाजिक और सौंदर्य की दृष्टि से जीवंत फिल्मों का एक समकालीन पैकेज शामिल है, जो भारतीय फिल्म उद्योग के नॉन-फीचर खंड से जुड़ा है। भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के 51वें संस्करण में गोवा में भारतीय पैनोरमा के अंतर्गत चुनी गई गैर-फीचर फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा।
गैर-फीचर फिल्मों के विविध पूल से चयनित 143 समकालीन फिल्मों का पैकेज भारत के उभरते और स्थापित फिल्म निर्माताओं के प्रलेखों, निरूपण, मनोरंजन को प्रस्तुत करने की क्षमता का दृष्टांत देता है और समकालीन भारतीय मूल्यों को भी प्रतिबिंबित करता है। सात सदस्यों वाली नॉन-फीचर फिल्म जूरी की अध्यक्षता जाने-माने फीचर और वृत्तचित्र फिल्म निर्माता हाओबम पाबन कुमार ने की है। नॉन-फीचर फिल्म जूरी में अतुल गंगवार निर्देशक पटकथा लेखक और निर्माता, ज्वांगडा बोदोसा फिल्म निर्माता, मंदार तलाउलिंकर फिल्म निर्माता, साजिन बाबू फिल्म निर्माता, सतीश पांडे निर्माता और निर्देशक और वैजयंती आप्टे पटकथा लेखक और निर्माता हैं। भारतीय पैनोरमा-2020 की ओपनिंग नॉन-फीचर फिल्म के लिए जूरी की पसंद अंकित कोठारी की निर्देशित फिल्म पांचिका है।