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Monday 28 December 2020 03:22:33 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की इस 26 दिसंबर को आयोजित देखो अपना देश वेबनार श्रृंखला का शीर्षक था-भारतीय पाक शैली का राज और उसका लुत्फ, जो भारतीय व्यंजनों और इसके महत्व पर केंद्रित रही। भारत में भोजन बेशुमार व्यंजनों, खाना पकाने की शैलियों का एक जीवंत संकलन है, जिसकी विशेषता स्पष्ट रूपसे मसालों, अनाज, सब्जियों और फलों के सूक्ष्म और परिष्कृत उपयोग से पता चलती है जो स्थानीय रूपसे उपलब्ध हैं। भारतीय भोजन एक संतुलित भोजन है, क्योंकि यह सभी प्रकार के स्वादों के साथ तृप्त करता है जैसे-नमकीन, मीठा, कड़वा या मसालेदार एक या अधिक खाद्यान्न, सब्जियों के मसाले आदि के साथ। वेबनार एमपी कैडर बैच 1982 की सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डॉ अरुणा शर्मा ने प्रस्तुत किया था। उन्होंने मुख्य रूपसे स्थानीय स्तर पर उगाए जाने वाले खाद्यान्न, सब्जियों, भूमिका और मसालों के महत्व और प्रतिरक्षा के निर्माण में इसके महत्व पर जोर दिया।
भारत में परिदृश्य, संस्कृति, भोजन हर सौ किलोमीटर में बदलता है और यह कितना सच है! हमारे असाधारण देशभर में उत्तर से दक्षिण और पूर्व से पश्चिम तक खाना पकाने की शैलियों और व्यंजनों की अंतहीन किस्में हैं। भारतीय भोजन स्थानीय रूप से उपलब्ध खाद्यान्नों, सब्जियों, मसालों आदि के साथ पोषण के समग्र दृष्टिकोण पर आधारित है। भारत में खाद्य संस्कृति बहुत ही जीवंत और विभिन्न रूपों और शैलियों में घर के पके हुए भोजन, स्ट्रीट फूड से लेकर बढ़िया भोजन के अनुभव तक उपलब्ध है। देखो अपना देश श्रृंखला देश की सुंदर विविध संस्कृति पर प्रकाश डालती है और एक भारत श्रेष्ठ भारत की भावना को उजागर करती है। वेबनार के समापन पर अतिरिक्त महानिदेशक रूपिंदर बरार ने देशभर के विभिन्न प्रकार के व्यंजनों, खाद्य पदार्थों के बारे में बात की। उन्होंने भारत के नागरिकों को पर्यटन उद्योग का हिस्सा बनने के लिए पर्यटन मंत्रालय की डिजिटल पहल अतुल्य भारत पर्यटक सुविधा प्रमाणन का उल्लेख किया। श्रृंखला का अगला वेबनार विंटर इन कोलकाता पर होगा, जिसमें यात्रियों के लिए 10 जगहें हैं और वेबिनार 2 जनवरी 2021 को सुबह 11 बजे होगा ।