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Wednesday 20 January 2021 01:36:32 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय जाकर कोरोना काल में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए समाज और देशहित के लिए अपने प्राण न्योछावर करने वाले दिल्ली पुलिस के बहादुर कोरोना योद्धाओं को श्रद्धासुमन अर्पित किए। अमित शाह ने इस अवसर पर दिल्ली पुलिस के कोरोना योद्धाओं को सम्मानित किया और उत्कृष्ट कार्य के लिए क्रम से पूर्व पदोन्नति पाने वाले पुलिसकर्मियों को रैंक भी प्रदान किए। कार्यक्रम में ‘2020 का सफर’ और ‘विजयपथ-कहानी खाकी योद्धाओं की’ नाम से लघु चलचित्रों का प्रदर्शन किया गया। केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी, केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, आसूचना ब्यूरो के निदेशक अरविंद कुमार, दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव, केंद्रीय गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस के अनेक वरिष्ठ अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
केंद्रीय गृहमंत्री ने दिल्ली में क्राइम की घटनाओं की पूर्ण समीक्षा करके उसे कम करने एवं दिल्ली को एक मॉडल पुलिस बनाने पर जोर दिया। गृहमंत्री ने कहा कि वर्ष 2020 अनेक चुनौतियां लेकर आया, लेकिन दिल्ली पुलिस ने हर चुनौती का बखूबी डटकर सामना किया, चाहे नॉर्थ ईस्ट दिल्ली की हिंसा हो या लॉकडाउन, अनलॉक या प्रवासी मजदूरों का घरों को लौटना हो या फिर किसान आंदोलन दिल्ली पुलिस अपनी सभी परीक्षाओं में सर्वोतम अंकों के साथ सफल रही है। कोरोना काल में दिल्ली पुलिस के कार्यों की प्रशंसा करते हुए अमित शाह ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने लॉकडाउन में ड्रोन से निगरानी, वृद्धों को दवा, भूखे मजदूरों को खाना खिलाने और गर्भवती माताओं को अस्पताल पहुंचाने जैसे कार्यों सहित अनुकरणीय भूमिका निभाई है, इस दौरान 7667 पुलिसकर्मी संक्रमित भी हुए और 30 कोरोना योद्धा शहीद हुए, लेकिन दिल्ली पुलिस ने अपने कर्तव्य में कभी कोई कोताही नहीं बरती। गृहमंत्री ने कहा कि दिल्ली पुलिस के इतिहास में यह प्रकल्प हमेशा स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम चालू कर दिया गया है और हमारी चुनौती तभी समाप्त होगी, जब मानवजाति कोरोना पर संपूर्ण विजय प्राप्त कर ले। उन्होंने कहा कि जब तक हर जरूरतमंद को टीका नहीं लग जाता, हम चैन की चैन से नहीं बैठ सकते। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान में पुलिस की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। अमित शाह ने दिल्ली पुलिस से 2022 में देश की आज़ादी के 75 साल पूरे होने पर अपने लक्ष्य निर्धारित करने का आह्वान करते हुए कहा कि 2022 के लिए हर पुलिस थाने और कांस्टेबल से लेकर पुलिस आयुक्त तक सभी पुलिसकर्मियों को अपना लक्ष्य तय करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक संस्था और पुलिसकर्मी को अपने लिए पांच-पांच लक्ष्य तथा संकल्प तय करने होंगे और वे स्वयं इसकी निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा कि इस संकल्प की पूर्ति अब तक का सबसे बड़ा सुधार होगा और इससे दिल्ली पुलिस के प्रति लोगों का नज़रिया बदलेगा और राजधानी की समस्याओं को हल करने से कोई नहीं रोक सकेगा। गृहमंत्री ने यह भी कहा कि अगर 130 करोड़ लोग यह संकल्प ले लें तो देश के विकास को एक बड़ी गति मिलेगी।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी और दिल्ली पुलिस के बीच एक अत्यंत महत्वपूर्ण एमओयू हुआ है। उन्होंने बताया कि नरेंद्र मोदी जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे और वे गृहमंत्री तब नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की स्थापना की गई थी, प्रधानमंत्री का यह एक बहुत महत्वाकांक्षी स्वप्न था, जिसे पूरा करने के लिए गुजरात में विश्व की सबसे पहली फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी की स्थापना करने का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। अमित शाह ने कहा कि क्राइम कंट्रोल क्रिमिनल को पकड़ने मात्र से नहीं होता है, उन्हें कड़ी से कड़ी सजा भी मिलनी चाहिए जो तभी संभव है, जब कोर्ट के समक्ष वैज्ञानिक और साइंटिफिक एविडेंस रखे जाएं। गृहमंत्री ने कहा कि कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों से उनकी बात हुई और वे सभी नेशनल फॉरेंसिक साइंस यूनिवर्सिटी के एफिलिएटिड कॉलेज अपने-अपने राज्य में खोलना चाहते हैं, कई लोग फॉरेंसिक साइंस के अलग-अलग क्षेत्रों को अपने यहां एक्सीलेंस का सेंटर बनाना चाहते हैं, इससे देशभर के अंदर एक प्रशिक्षित मानव बल फॉरेंसिक साइंस के क्षेत्र का उपलब्ध होगा और तभी हम सभी अपराधों में फॉरेंसिक साइंस एविडेंस को कानूनन कंपलसरी कर सकते हैं।
अमित शाह ने दिल्ली पुलिस और दिल्ली स्थित इंद्रप्रस्थ इंस्टिट्यूट ऑफ़ इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के बीच हुए करार पर प्रसन्नता की और कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य पुलिसिंग में आईटी का उपयोग कर पुलिस की कार्यपद्धति और कार्यशैली को पारदर्शी तथा कुशल बनाना है। अमित शाह ने कहा कि नए सिरे से नई चुनौतियों को ध्यान में रखकर व्यापक रूपरेखा तैयार करने की कवायद शुरु की जाएगी, ताकि दिल्ली को एक सेफ सिटी बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस का एक विश्वस्तरीय डाटा सेंटर तैयार होगा, जिसके तहत राजधानी दिल्ली में 15,000 से ज्यादा कैमरों का एक जाल बुना जाएगा, जो क्राइम कंट्रोल में मदद करेंगे, इसके साथ ही आने वाले दिनों में सभी रेलवे स्टेशन तथा दिल्ली सरकार के लगाए गए सभी कैमरों को जोड़ा जाएगा, इससे सेफ सिटी बनाने की दिशा में बहुत बड़ा योगदान किया जा सकेगा। गृहमंत्री ने कहा कि 3 महीने के भीतर 55 से ज्यादा बच्चों को परिवारों से मिलाने का काम कर दिल्ली पुलिस ने सराहनीय काम किया है।
गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि राज्य के अंदर कानून व्यवस्था की स्थिति अच्छी होती है, तभी विकास की गति को बढ़ावा मिलता है और वास्तविकता यह है कि दिल्ली पुलिस का एक साधारण सिपाही भी देश के विकास की रीढ़ है, इसका स्मरण सदैव मन के अंदर रहना चाहिए। अमित शाह ने कहा कि पुलिस वेलफेयर का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है, हाउसिंग सटिस्फेक्शन रेट को लगभग 19 प्रतिशत से दुगना अर्थात 40 प्रतिशत से अधिक करने का प्रयास किया जा रहा है, इसके अंर्तगत नरेला के अंदर लगभग 800 डीडीए फ्लैट खरीदने के लिए 230 करोड़ रुपये दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस अपने कर्मियों के लिए 700 से ज्यादा आवासों का खुद भी निर्माण कर रही है, 467 करोड़ रुपए की लागत से 500 एमआइजी फ्लैट जो तैयार हैं, उसका भी प्रस्ताव अनुमोदित कर दिया गया है। गृहमंत्री अमित शाह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव सहित कई वरिष्ठ अधिकारियों के साथ दिल्ली पुलिस की कार्यप्रणाली की समीक्षा की एवं उसके सुदृढ़ीकरण के लिए जरूरी दिशानिर्देश भी दिए।