स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम
Monday 10 January 2022 03:41:58 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोविड-19 महामारी के हालात, स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे, आपूर्ति व्यवस्था की चल रही तैयारियों, देश में टीकाकरण अभियान की स्थिति, कोविड-19 के नए स्वरूप ओमिक्रोन के प्रसार और इसके जन स्वास्थ्य पर पड़नेवाले प्रभाव की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उच्चस्तरीय समीक्षा की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के समक्ष स्वास्थ्य सचिव ने वर्तमान में दुनियाभर में कोरोना के मामलों में आई तेजी पर प्रकाश डालते हुए एक विस्तृत प्रस्तुति दी, इसके बाद भारत में कोविड-19 की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई, जिसमें मामलों में वृद्धि और उच्च संक्रमण दर के आधार पर चिंता पैदा करने वाले विभिन्न राज्यों और जिलों को रेखांकित किया गया। बैठक में आगामी चुनौती से निपटने केलिए केंद्र सरकार की ओर से राज्यों को सहायता के संदर्भ में अबतक किए गए विभिन्न प्रयासों की जानकारी दी गई, इस दौरान मामलों के पीक के विभिन्न अनुमानों के बारे में भी बताया गया।
आपातकालीन कोविड प्रतिक्रिया पैकेज (ईसीआरपी-II) केतहत स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे, परीक्षण क्षमता को मजबूत करने केसाथ ही ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की उपलब्धता एवं कोविड केलिए आवश्यक दवाओं के बफर स्टाक बनाए रखने केलिए राज्यों को किए जा रहे सहयोग केबारे में प्रस्तुति दी गई। प्रधानमंत्री ने जिलास्तर पर पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचा सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में राज्यों के साथ समन्वय बनाए रखने को कहा। प्रस्तुति के दौरान भारत के टीकाकरण अभियान के बारे में जानकारी दी गई, जिसमें 15-18 वर्ष की आयु के 31% किशोरों को अब तक 7 दिन के भीतर पहली खुराक दी जा चुकी है। पीएम ने इस उपलब्धि का जिक्र करते हुए मिशन मोड में किशोरों केलिए टीकाकरण अभियान को और तेज करने को कहा। प्रधानमंत्री ने निर्देश दिया कि ज्यादा मामले आनेवाले क्षेत्रों में गहन निषेध और सक्रिय रूपसे निगरानी जारी रखनी चाहिए और उन राज्यों को आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान की जानी चाहिए, जहां इस समय ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित करने केलिए न्यू नॉर्मल के रूपमें मास्क का प्रभावी ढंग से इस्तेमाल और शारीरिक दूरी के उपायों को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया। प्रधानमंत्री ने हल्के एवं बिना लक्षण वाले मरीजों केलिए घर पर पृथकवास के प्रभावी कार्यांवयन और समुदाय को तथ्यपूर्ण जानकारी उपलब्ध कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहाकि राज्यों के हालात, तैयारियों और जनस्वास्थ्य सुविधाओं पर चर्चा केलिए मुख्यमंत्रियों केसाथ बैठक बुलाई जाएगी। उन्होंने कोविड मरीजों के इलाज का प्रबंधन करते हुए गैर-कोविड स्वास्थ्य सेवाओं को भी जारी रखने की जरूरत बताई। उन्होंने कहाकि दूरदराज और ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य संबंधी मार्गदर्शन की उपलब्धता सुनिश्चित करने केलिए टेलीमेडिसिन का लाभ उठाने की आवश्यकता है। कोविड प्रबंधन में स्वास्थ्य कर्मियों को उनकी सेवाओं केलिए आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री ने सुझाव दियाकि स्वास्थ्य कर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों केलिए एहतियाती खुराक वाले टीकाकरण कवरेज को भी मिशन मोड में लिया जाना चाहिए।
वायरस लगातार अपना स्वरूप बदल रहा है, इसका जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने जीनोम अनुक्रमण सहित परीक्षण, टीकों और दवाओं को लेकर वैज्ञानिक अनुसंधान के महत्व के बारे में बात की। बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ मनसुख मांडविया, स्वास्थ्य राज्यमंत्री भारती प्रवीण पवार, सदस्य (स्वास्थ्य) नीति आयोग डॉ वीके पॉल, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, गृह सचिव एके भल्ला, सचिव एमओएचएफडब्लू राजेश भूषण, सचिव (फार्मास्युटिकल) डॉ राजेश गोखले, सचिव (जैव प्रौद्योगिकी) डॉ बलराम भार्गव, डीजी आईसीएमआर आरएस शर्मा, सचिव फार्मास्युटिकल्स, नागरिक उड्डयन, विदेश मंत्रालय, सदस्य एनडीएमए और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।