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Friday 14 January 2022 04:54:48 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि ऑमिक्रोन को लेकर पहले जो संशय की स्थिति थी, वो अब धीरे-धीरे साफ हो रही है, पहले जो वैरिएंट थे, उनकी अपेक्षा में कई गुना अधिक तेज़ी से ऑमिक्रोन वैरिएंट सामान्य जन को संक्रमित कर रहा है। उन्होंने कहाकि हमें सतर्क रहना है, सावधान रहना है, लेकिन घबराने की स्थिति ना आए, इसका भी ध्यान रखना है। प्रधानमंत्री ने कहाकि हमें ये देखना होगाकि त्योहारों के इस मौसम में लोगों की और प्रशासन की एलर्टनेस कहीं से भी कम नहीं पड़े। उन्होंने कहाकि पहले केंद्र और राज्य सरकारों ने जिस तरह प्री-एम्प्टिव, प्रो-एक्टिव और कलेक्टिव अप्रोच अपनाई है, वही इस समय भी जीत का मंत्र है। प्रधानमंत्री ने कहाकि कोरोना संक्रमण को हम जितना सीमित रख पाएंगे, परेशानी उतनी ही कम होंगी। प्रधानमंत्री ने कहाकि 100 वर्ष की सबसे बड़ी महामारी केसाथ भारत की लड़ाई अब अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि परिश्रम ही हमारा एकमात्र रास्ता है और विजय ही एकमात्र विकल्प है, हम 130 करोड़ भारत के लोग अपने प्रयासों से कोरोना से जीतकर अवश्य निकलेंगे। प्रधानमंत्री ने कहाकि कोविड के नए वैरिएंट सहित महामारी से निपटने का सिद्ध तरीका केवल टीकाकरण ही है। उन्होंने कहाकि भारत में बने टीके पूरी दुनिया में अपनी श्रेष्ठता साबित कर रहे हैं और यह हर भारतीय केलिए गर्व की बात हैकि आज भारत की लगभग 92 प्रतिशत वयस्क आबादी को कोविड टीके की पहली खुराक दी जा चुकी है। उन्होंने बतायाकि देश में टीके की दूसरी खुराक की कवरेज भी 70 प्रतिशत के आस-पास पहुंच चुकी है। प्रधानमंत्री ने इस बात पर प्रकाश डालाकि 10 दिन के भीतर ही भारत ने अपने लगभग 3 करोड़ किशोरों का भी टीकाकरण किया है, अग्रिम मोर्चे के कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नागरिकों को जितनी जल्दी कोविड टीके की एहतियाती खुराक दी जाएगी, उतनी ही हमारी स्वास्थ्य प्रणाली की क्षमता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहाकि हमें शत-प्रतिशत टीकाकरण केलिए हर घर दस्तक अभियान को तेज करना होगा। उन्होंने टीकों या मास्क पहनने केबारे में किसी भी गलत सूचना का मुकाबला करने की आवश्यकता पर भी बल दिया।
प्रधानमंत्री ने कहाकि कोई भी रणनीति बनाते समय इस बात का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक हैकि आम लोगों की आजीविका का कम से कम नुकसान हो, आर्थिक गतिविधियों पर कम से कम प्रभाव पड़े और अर्थव्यवस्था की गति बनी रहे, इसलिए बेहतर होगाकि लोकल कंटेनमेंट पर अधिक ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहाकि हमें होम आइसोलेशन के दौरान अधिकतम उपचार प्रदान करने की स्थिति में होना चाहिए और इसके लिए होम आइसोलेशन संबंधी दिशा-निर्देशों में सुधार करते रहना चाहिए। नरेंद्र मोदी ने कहाकि इन दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए, उपचार में टेली मेडिसिन सुविधाओं के उपयोग से काफी सहायता मिलेगी। प्रधानमंत्री ने स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को सुधारने केलिए केंद्र सरकार के 23,000 करोड़ रुपये के पैकेज का उपयोग करने केलिए राज्यों की सराहना की, इसके अंतर्गत देशभर में 800 से अधिक बाल चिकित्सा इकाइयों, 1.5 लाख नई गहन चिकित्सा इकाई और एचडीयू बेड, 5 हजार से अधिक विशेष एम्बुलेंस, 950 से अधिक तरल चिकित्सा ऑक्सीजन भंडारण टैंक क्षमता को जोड़ा गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहाकि कोरोना को हराने केलिए महामारी के किसी भी स्वरूप के आनेसे पहले हमें अपनी तैयारी रखने की जरूरत है, ऑमिक्रोन वैरिएंट से निपटने केसाथ हमें भविष्य के किसी भी वैरिएंट के लिए अभीसे तैयारी शुरू करने की जरूरत है। प्रधानमंत्री ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और उपराज्यपालों व प्रशासकों केसाथ उच्चस्तरीय बैठक में कोविड-19 और राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण की प्रगति केलिए सार्वजनिक स्वास्थ्य से संबंधित तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री डॉ मनसुख मांडविया और राज्यमंत्री डॉ भारती प्रवीण पवार उपस्थित थे। मुख्यमंत्रियों ने कोविड-19 की लगातार लहरों के दौरान प्रधानमंत्री को उनके नेतृत्व केलिए धन्यवाद दिया। उन्होंने विशेष रूपसे उनके समर्थन, मार्गदर्शन एवं केंद्र सरकार द्वारा प्रदान की गई धनराशि केलिए धन्यवाद दिया, जो राज्यों में स्वास्थ्य देखभाल की अवसंरचना को बढ़ावा देने में बहुत सहायक रही है। मुख्यमंत्रियों ने बिस्तरों की संख्या, ऑक्सीजन की उपलब्धता आदि में वृद्धि जैसे कदमों के माध्यम से संक्रमितों के बढ़ते मामलों से निपटने की तैयारियों केबारे में बात की।
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने बेंगलुरु में संक्रमितों की संख्या के बढ़ने और अपार्टमेंट में संक्रमण के फैलाव को रोकने के उपायों केबारे में जानकारी दी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने आगामी उत्सवों के कारण राज्य में संक्रमितों की संख्या में संभावित वृद्धि और इससे निपटने केलिए प्रशासन की तैयारी केबारे में बताया। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ने कहाकि राज्य कोविड लहर के खिलाफ लड़ाई में केंद्र केसाथ खड़ा है। झारखंड के मुख्यमंत्री ने कुछ ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों में फ़ैली गलत धारणाओं का जिक्र किया, जिससे टीकाकरण कार्यक्रम में कुछ समस्याएं हुई हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने टीकाकरण अभियान में ‘कोई छूट न जाए’ को सुनिश्चित करने केलिए विभिन्न कदमों के बारे में जानकारी दी। पंजाब के मुख्यमंत्री ने विशेष रूपसे ऑक्सीजन की जरूरतों को पूरा करने केलिए दी गई धनराशि और अवसंरचना-समर्थन केलिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। असम के मुख्यमंत्री ने कहाकि एहतियाती खुराक जैसे कदम आत्मविश्वास को बहुत अधिक बढ़ाने वाले साबित हुए हैं। मणिपुर के मुख्यमंत्री ने कहाकि राज्य टीकाकरण कवरेज बढ़ाने केलिए निरंतर प्रयास कर रहा है।