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'प्रशासनिक कार्यों में समावेशी दृष्टिकोण अपनाएं'

लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी के प्रशिक्षुओं को संबोधन

वंचित और सामाजिक रूप से हाशिए पर पड़े लोगों तक पहुंचें-राष्ट्रपति

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Friday 7 March 2025 06:19:16 PM

president addressed the trainee officers of lbsnaa

नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से लालबहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी में 126वें प्रेरण यानी शुरूआती प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे प्रशिक्षु सिविल सेवकों ने आज राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। राष्ट्रपति ने प्रशिक्षुओं को संबोधित करते हुए कहाकि शासन का सार लोगों की जरूरतों केप्रति जवाबदेही और संवेदनशीलता में निहित है। उन्होंने अधिकारियों को प्रशासनिक कामकाज में राष्ट्रीय और समावेशी दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। राष्ट्रपति ने अधिकारियों को उनकी पदोन्नति और भारतीय प्रशासनिक सेवा में शामिल होने पर बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। उन्‍होंने अधिकारियों से अपनी नई भूमिका में दूसरों को प्रेरित करने और अपनी कार्यशैली से प्रेरक उदाहरण पेश करने को कहा। राष्‍ट्रपति ने अधिकारियों से आस-पास के लोगों को सार्वजनिक सेवा में उत्कृष्टता हासिल करने के प्रयास केलिए प्रेरित करने को कहा।
राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि नागरिक केंद्रित शासन गरीबों और वंचितों पर ध्यान केंद्रित करते हुए लोककल्याण को प्राथमिकता देता है। राष्‍ट्रपति ने अधिकारियों से सुनिश्चित करने की सलाह दीकि जनकल्याण की नीतियां और कार्यक्रम इस तरह लागू हों, जिससे लोगों की समस्‍याओं का प्रभावी समाधान हो सके। राष्‍ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहाकि सिविल सेवक जो भी निर्णय लेंगे और नीतियां लागू करेंगे, उनका देश और लोगों के विकास में योगदान होना चाहिए। राष्ट्रपति ने कहाकि जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण क्षरण की चुनौतियों से निपटने केलिए पर्यावरण अनुकूल पहलों को बढ़ावा देना आवश्यक है, साथही यहभी जरूरी हैकि विकास का लाभ समाज के सभी वर्गों, विशेष रूपसे वंचितों और सामाजिक हाशिए पर पड़े लोगों तक पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से अपने कामकाज में समावेशिता के सिद्धांत केसाथ निरंतरता बनाए रखने को कहा।

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