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Monday 13 January 2014 07:50:54 PM
देहरादून। उत्तराखंड को आपदा की दृष्टि से संवेदनशील मानते हुए राज्य के विभिन्न जनपदों में लोगों को आपदा से बचने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी के मद्देनजर आपदा राहत व बचाव अभियान की तीन सदस्यीय टीम इन दिनों अल्मोड़ा जनपद के ग्राम बमनस्वाल में लोगों को आपदा से निबटने का प्रशिक्षण दे रही हैं। रेस्क्यू प्रशिक्षण में 18 से 35 वर्ष के नौजवानों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है, जो किसी भी प्रकार की आपदा में निबटने को तत्पर दिखाई दे रहे हैं।
इस दल का नेतृत्व कर रहे आलोक वर्मा ने कहा कि आपातकालीन आपदा न केवल जन-स्वास्थ्य पर प्रभाव डालती है, बल्कि हजारों जन बेघर घायल और मर जाते हैं और ऐसी स्थिति कभी कभी महामारी का रूप धारण कर लेती है, यह आर्थिक नुकसान तो पहुंचाती ही है। आपदा से बुनियादी संरचना के अस्तित्व को भारी क्षति होती है। प्रशिक्षण में रस्सियों की मदद से पानी के सैलाब को पार करना व भूस्खलन की स्थिति में जरूरी एहतियात बरतने जैसे गुर सिखाए जा रहे हैं। प्रशिक्षण दल में अनिल सकलानी और कुमारी लक्ष्मी कांडपाल हैं।