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Monday 20 January 2014 12:32:54 PM
लखनऊ। राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान लखनऊ में आयोजित दो दिवसीय गुलाब एवं ग्लैडिओलस प्रदर्शनी का सफलतापूर्वक समापन समारोह कल संस्थान के सेंट्रल लॉन में हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल बीएल जोशी तथा राज्यपाल के प्रमुख सचिव राजीव कपूर ने विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए। इस वर्ष कुल 25 रनिंग चैलेंज ट्रॉफी शील्ड कप एवं विभिन्न विजेताओं को 289 पुरस्कार (प्रथम 104 द्वितीय 90 एवं सांत्वना 95) वितरित किये गए। इस वर्ष प्रदर्शनी में लखनऊ तथा अन्य शहरों से 65 प्रदर्शकों की 711 प्रविष्टियां प्रदर्शित की गईं। इस वर्ष एच.ए.एल. एक्सेसरीज डिवीजन लखनऊ सर्वाधिक 7 रनिंग चैलेंज ट्रॉफी शील्ड कप जीतकर प्रथम स्थान पर रही, जबकि अधिशासी अभियंता सिंचाई निर्माण खंड प्रथम ने कुल 3 कप शील्ड ट्रॉफी जीतकर द्वितीय स्थान प्राप्त किया।
कुल 289 पुरस्कारों में से एचएएल उपसाधन मंडल लखनऊ ने सर्वाधिक 41 पुरस्कार (21 प्रथम, 13 द्वितीय तथा 7 सांत्वना) जीते और प्रथम स्थान पर रहे। टाटा मोटर्स लिमिटेड चिनहट लखनऊ ने कुल 30 पुरस्कार (4 प्रथम, 8 द्वितीय तथा 18 सांत्वना) के साथ द्वितीय तथा निदेशक, सीएसआईआर-सीमैप लखनऊ एवं अधिशासी अभियंता सिंचाई निर्माण खंड प्रथम, लखनऊ प्रत्येक 21 पुरस्कारों के साथ जीतकर तृतीय स्थान पर रहे। एचएएल उपसाधन मंडल, लखनऊ तथा टाटा मोटर्स लिमिटेड लखनऊ को विशिष्टि प्रशस्ति प्रमाण-पत्र प्रदान भी दिये गए।
राज्यपाल बीएल जोशी ने संस्थान के वनस्पति उद्यान में जुरासिक गैलरी का उद्घाटन भी किया। इस गैलरी में जुरासिक काल में पादप विविधता की दृष्टि से मुख्य रूप से अनावृतबीजी पौधे, जिसमें पाइंस तथा साइकेड भी शामिल हैं, के साथ-साथ फर्न (टेरिडोफाइट्स), मॉस, लाइकेंस तथा शैवाल पाये जाते थे। इस समूह में पाये जाने वाले कुछ पौधों (पेंटोजाइलोन) एवं प्राणियों जैसे डायनासोर के मॉडलों को गैलरी में प्रदर्शित किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य जैवीय प्रजातियों के उद्भव एवं विलुप्त होने की प्रक्रियाओं के बारे में जानकारी देना है। उन्होंने संस्थान में विकसित ग्लैडिओलस की प्रजाति ‘एनबीआरआई-हीरक’ का भी विमोचन किया।
संस्थान के निदेशक डॉ चंद्रशेखर नौटियाल ने मुख्य अतिथि तथा अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि संस्थान की यह गतिविधि कृषकों को बढ़ावा देने के लिए एक बहुत ही उपयोगी भूमिका निभाती है, हमें गर्व है कि संस्थान इन गतिविधियों से लाखों लोगों के चेहरों पर खुशी बिखेरने में सक्षम है, जोकि अपनी आजीविका हेतु इसे उगाते हैं। इस अवसर पर राज्यपाल ने डॉ सीएस नौटियाल के मार्गदर्शन में पुष्प कृषि के क्षेत्र में किये जा रहे अनुसंधान एवं प्रयासों की सराहना की। उन्होंने संस्थान में शारीरिक रूप से विकलांग बच्चों को फूलों एवं पौधों के प्रयोग से ग्रीटिंग कार्ड बनाने हेतु दिये जा रहे प्रशिक्षण की प्रशंसा करते हुए जनता का आह्वान किया कि वे इन ग्रीटिंग कार्ड को प्रयोग में लाकर बच्चों के आर्थिक एवं सामाजिक उत्थान में सहायता कर सकते हैं।