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Wednesday 22 January 2014 06:34:10 PM
अबूधाबी। भारत और संयुक्त अरब अमीरात अक्षय ऊर्जा, विशेषकर सौर ऊर्जा और पवन ऊर्जा के क्षेत्र में एक दूसरे का सहयोग करेंगे। इस आशय के समझौता ज्ञापन पर शनिवार 18 जनवरी को अबूधाबी में हस्ताक्षर किए गए। इस पर भारत के नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री डॉ फारूक अब्दुल्ला और संयुक्त अरब अमीरात के मंत्री डॉ सुलतान अहमद अल जाबेर ने हस्ताक्षर किए।
दोनों देश आपसी हित के विषयों पर संयुक्त शोध के माध्यम से बेहतर समन्वय के लिए एक संयुक्त कार्य समूह बनाने, वैज्ञानिक और तकनीकी कर्मियों के आदान-प्रदान और प्रशिक्षण, उपलब्ध वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी जानकारी तथा आंकड़ों को साझा करना, कार्यशालाओं, संगोष्ठियों और कार्य समूहों का आयोजन और गैर-वाणिज्यिक आधार पर तकनीकी जानकारी तथा प्रौद्योगिकी और उपकरणों के हस्तांतरण आदि पर भी सहमत हो गए।
डॉ फारूक अब्दुल्ला ने संयुक्त अरब अमीरात के मंत्री को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की प्रगति की जानकारी दी, जिसमें जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत वर्ष 2010 में आरंभ किए गए राष्ट्रीय सौर मिशन का विशेष उल्लेख किया गया। उन्होंने दूरदराज और विद्युतीकरण न हो पाए इलाकों में ऊर्जा को बढ़ावा देने के भारत के प्रयासों की भी उन्हें जानकारी दी। डॉ अब्दुल्ला ने अंतर्राष्ट्रीय अक्षय ऊर्जा एजेंसी–आईआरईएनए के चौथे सम्मेलन के दौरान आतिथ्य सत्कार के लिए संयुक्त अरब अमीरात को बधाई दी।