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Monday 3 February 2014 03:11:20 PM
नई दिल्ली। भारतीय रेल मंत्रालय के राष्ट्रीय रेल संग्रहालय ने नई दिल्ली में अपने अस्तित्व के 37 वर्ष का जश्न मनाया। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन अरुणेंद्र कुमार इस अवसर पर आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि थे। अरुणेंद्र कुमार ने दार्जिलिंग हिल रेलवे लोको और कोच का शुभारंभ किया और उसे जनता को समर्पित किया। दार्जिलिंग हिल रेलवे लोको और कोच को संजोने का कार्य राष्ट्रीय रेल संग्रहालय के इंजीनियरों, तकनीकविदों और प्रोफेशनल ने किया है।
राष्ट्रीय रेल संग्रहालय के लिए पहली बार हो-हो बस सेवा शुरू की गई है। रेलवे बोर्ड के चेयरमैन ने पहली हो-हो बस को संग्रहालय से रवाना किया। हो-हो बस से राष्ट्रीय रेल संग्रहालय आए यात्रियों के पहले समूह का गर्मजोशी से स्वागत किया गया। इस अवसर पर आरडब्ल्यूडब्ल्यूसीओ की अध्यक्ष कांता कुमार, रेलवे बोर्ड के सदस्य आलोक जोहरी, सदस्य मकैनिकल एके मित्तल, सदस्य स्टाफ डीपी पांडे जैसे कई अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
राष्ट्रीय रेल संग्रहालय भारतीय रेल विरासत पर केंद्रित है। इसका औपचारिक शुभारंभ पहली फरवरी 1977 को किया गया था। यह एशिया में अपनी तरह का एकमात्र संग्रहालय है, जहां इतिहास, विरासत, रोमांस, विरह, मस्ती और मनोरंजन सब कुछ एक ही जगह उपलब्ध हैं। यह नई दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में 10 एकड़ क्षेत्र में फैला है।