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Sunday 9 February 2014 08:53:31 AM
जम्मू। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने कटरा में माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के चौथे दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि जाति, धर्म, पंथ, भाषा, जातीयता और क्षेत्र पर आधारित संकीर्ण हितों का प्रबंधन तथा राष्ट्रीय हितों को एकीकृत करना हमारी प्रमुख चुनौतियों में से एक है, इसलिए सरकार के तीन स्तंभों के बीच सत्ता का अलगाव सुनिश्चित करना तथा संघवाद की इकाइयों का गठन भी ऐसी ही चुनौती है।
उपराष्ट्रपति ने कहा है कि लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और विधि के शासन के साथ न्याय, स्वतंत्रता, बराबरी और भाइचारे के सिद्धांत हमारे संविधान में दृढ़ता के साथ रचे-बसे हैं तथा इसकी बुनियादी संरचना का निर्माण करते हैं। यह सिद्धांत ऐसी रूपरेखा उपलब्ध कराते हैं, जिसमें हमारी राजनीतिक व्यवस्था और समाज शासित किए जाते हैं। करीब 1.2 अरब से अधिक लोगों का बहु धर्मी, बहुभाषी, बहु-जातीय समाज अनेक सामाजिक-आर्थिक विभिन्नताएं प्रकट करता है, जिसके साथ असीम भौगोलिक विविधता सचमुच प्रतिनिधित्व लोकतंत्र स्थापित करने के लिए प्रमुख कार्य है।
मोहम्मद हामिद अंसारीने कहा कि माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड का विश्वविद्यालय को आर्थिक सहायता देना विशेष रूप से स्वागत योग्य पहल है, इससे देश में अन्य जगहों पर भी ऐसी ही पहल की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने स्नातक विद्यार्थियों को मुबारकबाद दी और कहा कि जिम्मेदार नागरिकों का निर्माण ऐसा कार्य है, जो सिर्फ सरकार पर नहीं छोड़ा जा सकता, इसके लिए स्कूल के स्तर से ही शुरुआत करने की जरूरत है।