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Sunday 9 February 2014 08:08:34 PM
नई दिल्ली। प्रसिद्ध ग़ज़ल गायक और संगीतकार जगजीत सिंह के सम्मान में स्मृति डाक टिकट जारी करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि देश में संगीत के इतिहास में जगजीत सिंह की एक ख़ास जगह है, वे आज हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनकी आवाज़ और उनके संगीत का जादू हम पर हमेशा गहरा असर करता रहेगा, मुझे खुशी है कि डाक विभाग ने उनकी याद में एक डाक टिकट किया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जगजीत सिंह एक अनोखे कलाकार थे, संगीत के क्षेत्र में उनकी दिलचस्पी और जानकारी बहुत गहरी थी, वे एक कामयाब गायक, संगीतकार और गीतकार, सभी कुछ थे। यही नहीं, चाहे शास्त्रीय संगीत हो या भक्ति संगीत, लोक संगीत हो या गज़ल, संगीत के सभी क्षेत्रों में उनका अच्छा दखल था, लेकिन गज़ल गायिकी के लिए शायद उनको सबसे ज्यादा याद किया जाता है।
मनमोहन सिंह ने कहा कि यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने भारत में गज़ल गायिकी का एक ऐसा अंदाज़ अपनाया, जिसने गज़ल को एक नयी जिंदगी मिली, उनकी गाई हुई गज़लों में ख़ास बात यह थी कि वे आसानी से जनता की जुबान पर आ जाती थीं, उन्होंने गज़ल गायिकी में नये प्रयोग भी किए। उन्होंने कहा कि गज़ल संगीत में पहली बार पश्चिमी म्यूजिकल इंस्टूमेंट्स का इस्तेमाल एक ऐसा ही प्रयोग था, उन्होंने शायद पहली बार गज़ल को जुगलबंदी में पेश किया, इसमें उनका साथ उनकी पत्नी चित्रा सिंह ने दिया, जो आज हमारे बीच मौजूद हैं और खुद एक मशहूर गज़ल गायिका हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि जगजीत सिंह ने फिल्मों और टीवी सीरियल्स में भी काम किया और अपनी अलग छाप छोड़ी। "अर्थ" और "साथ-साथ" जैसी फिल्मों और "मिर्जा गालिब" और "कहकशाँ" जैसे टीवी सीरियल्स में उन्होंने जो गज़लें पेश कीं वे बहुत लोकप्रिय हुईं। उन्होंने कहा कि उनका सारा जीवन संगीत को समर्पित रहा। उनकी निजी ज़िंदगी में बड़ी मुश्किलें आईं, लेकिन उनका काम जारी रहा। उन्होंने कहा कि जगजीत सिंह जैसे कलाकार सदियों में एक बार पैदा होते हैं, उनका संगीत हमारे मन को छूता रहेगा और हमारा दिल बहलाता रहेगा।