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Sunday 9 February 2014 09:09:50 PM
नागपुर। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने नागपुर में अब तक की सबसे बड़ी कृषि प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। कृषि वसंत नाम से अब तक की यह सबसे बड़ी कृषि प्रदर्शनी है। प्रणब मुखर्जी ने नए आयाम और नई दिशा की सराहना की, जो पिछले दस वर्ष में भारतीय किसानों को उपलब्ध कराई गई है, जिसके कारण देश खाद्य सुरक्षा हासिल कर रहा है और अनाज का बड़ा निर्यातक बन गया है।
इस मौके पर केंद्रीय कृषि और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री शरद पवार न कहा कि देश में इस वर्ष रिकॉर्ड 263.2 मिलियन टन अनाज उत्पादन की उम्मीद है, यह दो साल पहले रिकॉर्ड 259 मिलियन टन अनाज उत्पादन की तुलना में करीब 4 मिलियन टन अधिक होगा, इस अवधि में, देश के पूर्वी भाग में अनाज उत्पादन बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं, दालों और तिलहनों के उत्पादन तथा किसानों को ऋण के प्रावधान के कारण देश में दूसरी कृषि क्रांति हुई।
शरद पवार ने बताया कि देश अब चावल का सबसे बड़ा निर्यातक और गेंहू एवं कपास का दूसरा बड़ा निर्यातक बन गया है, भारत दूध और बागवानी फसलों का सबसे बड़ा उत्पादक भी है, कृषि वसंत में किसानों की भारी भीड़ का उल्लेख करते हुए पवार ने कहा कि इस आयोजन में किसानों को लाने के लिए विशेष रेलगाड़ियां चलाई गईं। प्रदर्शनी में खेती-बाड़ी की मशीनरी, फसल एवं पशुओं की नई किस्मों तथा नस्लों, कृषि के क्षेत्र में उन्नत शोध और उर्वरकों एवं बीजों जैसी कृषि में काम आने वाली चीजें प्रदर्शित की गई हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने आशा प्रकट की कि हाल के नीतिगत प्रयासों और ऋण से देश को कृषि के क्षेत्र में महाशक्ति बनाने में मदद मिलेगी। कृषि वसंत में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पिछले 100 वर्ष के इतिहास को भी प्रदर्शित किया गया है।