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Thursday 13 February 2014 02:18:31 PM
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ एमएम पल्लम राजू ने कहा है कि डॉ मीनाक्षी गोपीनाथ की अध्यक्षता में गठित विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के कार्यबल की रिपोर्ट में विभिन्न विश्वविद्यालयों के परिसरों में महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण पैदा करने के ध्येय से महत्वपूर्ण सिफारिशें की गई हैं, जिनके दूरगामी परिणाम सामने आएंगे। ये सिफारिशें न्यायमूर्ति वर्मा समिति और विशाखा समिति के दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही हैं।
पल्लम राजू ने इस संबंध में यूजीसी के प्रकाशन 'सक्षम' का विमोचन करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय परिसरों में महिलाओं के लिए सुरक्षित वातावरण पैदा करना अत्यंत आवश्यक है, इसके लिए जनता की मानसिकता में परिवर्तन बहुत आवश्यक है, लैंगिक संवेदना संबंधी विचार-विमर्श और उसके प्रति जागरूकता अभियान विश्वविद्यालय परिसरों में नियमित रूप से जारी रहना चाहिए।
शहरी विकास मंत्री और राष्ट्रीय महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष गिरजा व्यास ने विश्वविद्यालय परिसरों में महिलाओं की सुरक्षा के लिए 5 सूत्रीय कार्यक्रम चलाने का सुझाव दिया। इनमें कड़े कानून बनाए जाना और उन पर दृढ़ता से अमल करना शामिल है। 'सक्षम' रिपोर्ट में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने और यौन शोषण रोकने के संबंध में एक पुस्तिका (हैंड बुक) तैयार करने की सिफारिश भी शामिल है।