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इस्‍पात मंत्रालय में हिंदी का सर्वाधिक उपयोग

इस्‍पात मंत्री ने हिंदी के विद्वानों को सम्‍मानित किया

स्वतंत्र आवाज़ डॉट कॉम

Tuesday 25 February 2014 02:37:16 PM

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लखनऊ। केंद्रीय इस्‍पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा की अध्‍यक्षता में इस्‍पात मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति की बैठक 24 फरवरी को लखनऊ ताज होटल में हुई। बैठक में समिति के सदस्‍यों के अलावा हिंदी के विद्वान भी शामिल थे। इस्‍पात मंत्री ने अन्‍य बातों के साथ-साथ सदस्‍यों को मंत्रालय तथा उसके अधीन उपक्रमों में हिंदी के प्रयोग की स्‍थिति से अवगत कराया। इस्‍पात मंत्री ने मंत्रालय में हिंदी के प्रयोग को बढ़ाने के लिए इस बात से आश्‍वस्त किया कि उनके रचनात्‍मक सुझावों पर कार्रवाई की जाएगी।
सदस्‍यों ने बैठक में मंत्रालय में हिंदी प्रयोग की स्‍थिति की विस्‍तृत समीक्षा की और हिंदी के प्रयोग को बढ़ाने के लिए मंत्रालय के प्रयासों की सराहना की। इस अवसर पर इस्‍पात मंत्री ने हिंदी में उत्‍कृष्‍ट कार्य करने वाले मंत्रालय के नियंत्रणाधीन उपक्रमों को शील्‍ड ट्रॉफी एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किये। बैठक के उपरांत इस्‍पात प्रौद्योगिकी में तकनीकी शब्‍दावली पर राजभाषा संगोष्‍ठी आयोजित की गयी, जिसमें हिंदी के प्रतिष्‍ठित विद्वानों एवं कवियों ने सहभागिता की। इस्‍पात मंत्री ने हिंदी के विद्वानों को सम्‍मानित किया। शाम को कवि सम्‍मेलन और मुशायरे का भी आयोजन किया गया।
केंद्रीय इस्‍पात मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने मीडिया से भी बात की और संवाददाताओं के राजनीतिक प्रश्‍नों के उत्‍तर देते हुए कहा कि यदि कांग्रेस ने टिकटों का सही वितरण किया तो उत्‍तर प्रदेश में कांग्रेस को बड़ी सफलता मिलेगी। उनका दावा था कि लोकसभा चुनाव में मुसलमान कांग्रेस को वोट करेगा और वह मुलायम सिंह यादव की सांप्रदायिक नीतियों के खिलाफ है। वह इस बात से खिन्‍न दिखे कि कांग्रेस उनके अनुभव का लाभ नहीं उठा पा रही है। उन्‍होंने उत्‍तर प्रदेश में पूर्वांचल में कई सीटों पर कांग्रेस प्रत्‍याशी के चयन में पार्टी की नीति पर सवाल उठाए और यहां तक कहा कि टिकट की बोली लगाई जा रही है। बेनी वर्मा ने सवाल आने पर सदैव की तरह मुलायम सिंह यादव के प्रति अपना रवैया सख्‍त रखा और कहा कि अलीगढ़ मुस्‍लिम विश्‍वविद्यालय में छात्रों के विरोध के कारण वे वहां नहीं जा सके और लखनऊ में नदवा के छात्र भी आज सपा के खिलाफ हैं। 

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