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Monday 10 March 2014 11:06:52 PM
नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी ने आज यहां जाने-माने कवि और पद्मश्री डॉ रवींद्र नाथ श्रीवास्तव ‘राजहंस’ की लिखी पुस्तक ‘गंदी बस्तियों में सूर्योदय’ का विमोचन किया। इस मौके पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि गरीबी जहां कही भी, किसी भी रूप में हो, हमारे समाज की असफलता पर एक तीखी टिप्पणी है। गरीबी को अर्थशास्त्री और राजनीतिक लोग अपने अपने तरीके से देखते हैं। दोनों का नजरिया जायज होते हुए भी अपूर्ण होता है। गरीबी पर जब भी किसी लेखक और कवि ने लिखा है, उसके नए मायने, नई भावनाएं उभरकर सामने आई हैं। इस पुस्तक का अन्य भाषाओं में अनुवाद इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएगा।
यह पुस्तक डॉ श्रीवास्तव की हिंदी कविताओं का एक संकलन है। यह संकलन अपने आप में इसलिए अनूठा है, क्योकि इसमें हिंदी की कविताओं और उनके अंग्रेजी अनुवाद को साथ-साथ एक ही पुस्तक में दिया गया है, जिससे कि यह ज्यादा से ज्यादा पाठकों तक पहुंच सके। यह तीसरी दुनिया के देशों में रहने वाले असहाय और दीन-हीन गरीब बच्चों की दास्तां बयां करती है, जो समाज के समृद्ध लोगों के सहारे को तलाशते हैं, जिससे कि वे भी अपने बचपन के दिन एक सामान्य बच्चे की तरह गुजार सकें।